देश भर में किसानों की हालत बदहाल होती जा रही है. इस दौरान मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों पर हुए गोली कांड तथा सरकार की किसान विरोधी नीतियों को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने सफेदाबाद बाराबंकी हाइवे पर विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन के साथ ही इस किसानों ने हाइवे NH 28 को जाम भी किया.
शवासन कर के किसानों ने किये हाई-वे जाम-
- विश्व योग दिवस के अवसर पर आज प्रदेश भर में योग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.
- इस अवसर पर आज भारतीय किसान यूनियन के किसानों ने अलग ही अंदाज़ में योगा किया.
- दरअसल भारतीय किसान यूनियन मंदसौर में किसानों पर हुए गोली कांड का आज विरोध कर रहा है.
- किसानों पर चली गोली और सरकार की किसान विरोधी नीतियों का विरोध आज किसानों ने योग के माध्यम से किया.
- बता दें की सैकड़ों किसानों ने सफेदाबाद बाराबंकी हाइवे ‘NH 28’ पर शवासन कर के विरोध प्रदर्शन किया.
- विरोध करते हुए सैकड़ों किसान हाईवे पर शवासन करते हुए मरणो आसन पड़े रहे.
- जिससे हाईवे पूरी तरह जाम हो गया.
- किसानों ने ये विरोध प्रदर्शन सफेदाबाद बाराबंकी हाइवे पर दारापुर गांव के पास किया.
किसानो की हैं सरकार ये मांगें-
- हाईवे जाम करते हुए किसानों ने सरकाए से मांग कि सभी किसानों का कर्ज माफ किया जाए.
- साथ ही सरकार उसमें भेदभाव न करे तथा स्वामीनाथन रिपोर्ट को भी लागू करे.
- मंदसौर की तरह ही कर्ज से मरने वाले सभी किसानों को बराबर मुआवजा मिले.
- किसानों पर आंदोलन में लगाए गए मुकदमे भी वापस लिए जाएं.
- गौरतलब हो कि पीएम मोदी आज लखनऊ में आयोजित विश्व योग दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
- इस पर किसानों का कहना है कि मोदी जी राजधानी जाकर योग का नाटक कर रहे हैं.
- उन्होंने कहा अगर सरकार अभी भी नहीं चेती तो अभी तो हमने हाइवे जाम करके शवासन किया है.
- लेकिन आगे 31 जुलाई को हम लाठी डंडे लेकर प्रदेश भर से लखनऊ की ओर करेंगे कूच.
- इस बीच जिला प्रशासन ने किसानों को समझा बुझा कर आश्वासन दिया.
- जिसके बाद बाराबंकी फैज़ाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर किसानों ने अपना हठयोग समाप्त किया.
- किसान यूनियन के अध्यक्ष हरिनाम सिंह का कहना है कि आज का विरोध प्रदर्शन तो हमने अभी खत्म कर दिया है, लेकिन 31 जुलाई को हम लखनऊ में झूलेलाल मैदान में आंदोलन करेंगे.
- उन्होंने कहा अगर उसके बाद भी ये सरकार नहीं चेती तो जो आंदोलन देश भर में सुलग रहा है उसको अभी तो हमने रोक रखा है, लेकिन आगे इसके नतीजे सरकार देखेगी.