बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी (बीबीएयू) में इन दिनों एक नया आदेश जारी किया गया है जिसकी चर्चा काफी गर्मं है।अम्बेडकर यूनिवर्सिटी के कुलपति ने एक खास निर्देश जारी किया है। इसके अनुसार अब युनिवर्सिटी में शाम 6 बजे के बाद कोई भी महिला कर्मचारी नहीं रुके सकेगी। निर्णय महिलाओं की सुरक्षा में रखकर लिया गया है लेकिन महिलाये इसे अपने ऊपर एक पाबन्दी रही है। कुलपति का ये भी आदेश है कि यदि किसी विशेष कार्य से किसी महिला कर्मचारी/अधिकारी को कैंपस में रुकना पड़ रहा हो तो उन्हें इसके लिए सबसे पहले कुलपति कार्यालय से अनुमति लेनी होगी।
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महिला सुरक्षा के उद्देश्य से लिया गया निर्णय
- सरकार महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर है ही वही अब अम्बेडकर यूनिवर्सिटी में भी इस पर अमल हो रहा है।
- यूनिवर्सिटी के कुलपति ने सभी महिला कर्मचारियों को छह बजे छुट्टी देने का आदेश दिया है।
- आपको बता की अम्बेडकर यूनिवर्सिटी में महिला छेड़छाड़ की कई वारदातें हो चुकी है।
- उन्ही वारदातों से सबक लेते हुए कुलपति निर्णय लिया है।
- कुलपति कार्यलाय की तरफ से कहा गया है कि ये कदम महिला कर्मचारियों की सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया है।
- प्रवक्ताओं का कहना है की यूनिवर्सिटी में कैंपस के भीतर महिलाओं के साथ कई वारदातें हुई थी।
- इसी से ही बचने के लिए कुलपति ने महिला कर्मचारियों को शाम छह बजे कैंपस में न रुकने को कहा है।
- हालांकि, कुलपति के इस फैसले की महिला कर्मचारियों में जमकर आलोचना हो रही है।
- महिला कर्मचारियों का कहना है ये आदेश हमारी आजादी के खिलाफ है।
- वारदातों पर के लिए पुरुष वर्ग को ठीक करने का प्रयास करे न की हमारी आज़ादी पर रोक लगाए।
- महिला कर्मचारियों को कई बार देर शाम तक कार्य़ालयों में जरुरी काम से रुकना पड़ता था।
- इससे उनकी सुरक्षा को लेकर कुलपति को खतरा महसूस होने लगा था।
- फिलहाल अब इस आदेश के बाद किसी महिलाकर्मी को छह बजे के बाद नहीं रुकने दिया जाएगा।