उत्तर प्रदेश के मेरठ जिला से क्राइम ब्रांच की टीम ने भीम आर्मी के साथ सदस्यों को सोशल मीडिया पर हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस का दावा है कि पकड़े गए आरोपियों ने भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष के भाई की हत्या के बाद बदला लेने के लिए कई वाट्सएप्प ग्रुप बनाये। इसके बाद इन वाट्सएप्प ग्रुपों पर हिंसा भड़काने के लिए विवादित पोस्ट डाले गए। एडीजी जोन मेरठ में घटना का खुलासा करते हुए हिंसा भड़काने की साजिस में शामिल 6 लोगों को हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के निडावली गांव से गिरफ्तार करने की पुष्टि की। बताया ये भी जा रहा है ये हिंसा की साजिस कैराना उपचुनाव के लिए की जा रही थी। लेकिन पश्चिमी यूपी में सोशल मीडिया पर नजर बनाये बैठी पुलिस ने इस पूरे खेल को नाकाम कर दिया।
इनकी हुई गिरफ़्तारी, 7 मोबाईल भी जब्त
गौरतलब है कि बीती 9 मई को दिनों भीम आर्मी के जिला अध्यक्ष कमल वालिया के भाई सचिन वालिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद जातिगत हिंसा भड़काने एवं कानून-व्यवस्था बाधित करने वाले गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। एडीजी जोन ने बताया कि घटना के संबंध में थाना हस्तिनापुर पर मुकदमा अपराध संख्या 203/18 धारा 118, 120 बी, 153 ए, 153 बी और धारा 66 ए आईटी एक्ट का पंजीकृत किया गया। इस मामले में राहुल पुत्र संतराम निवासी मीवा थाना हस्तिनापुर मेरठ, नितिन पुत्र सतपाल निवासी मोदीनगर गाजियाबाद, दीपक पुत्र ओमप्रकाश निवासी ब्रह्मपुरी थाना मेरठ, बंटी पुत्र महेंद्र सिंह निवासी मोदीनगर गाजियाबाद, सतवीर पुत्र वीर सिंह निवासी निडावली थाना हस्तिनापुर मेरठ और रविंद्र कुमार भरत पुत्र नरेश कुमार निवासी अलीपुर मोरना थाना हस्तिनापुर मेरठ को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए अभियुक्तों के कब्जे से 7 मोबाइल फोन जिनमें WhatsApp एवं मैसेंजर पर जातिगत विद्वेष फैलाने व माहौल खराब करने के संदेश 20 से अधिक ग्रुपों में भेजे गए थे।