शुक्रवार 22 सितम्बर को उत्तर प्रदेश की बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने छेड़छाड़ के खिलाफ अपने प्रदर्शन(BHU student protest) की शुरुआत की थी, जिसके बाद शनिवार-रविवार आते-आते BHU में हालात और बिगड़ गए हैं. वहीँ पुलिस द्वारा छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज और छात्रों द्वारा पुलिस पर पथराव ने BHU के हालातों को बिगाड़ दिया है.
BHU की एकता सिंह जिन्होंने लड़कियों को इस आन्दोलन के लिए प्रेरित किया.. अपने फेसबुक वाल पर उन्होंने पूरे प्रकरण पर लिखा है..
मेरे डीन को रात में हॉस्टल बुलाया गया। मुझे हॉस्टल से expell करने का अल्टीमेटम दिया जा रहा है। आपकी इस गुंडागर्दी के लिए मुझे ही जिम्मेदार माना जा रहा है क्योंकि मैंने वहां लड़कियां इकट्ठा की हमारे मुद्दों के लिये और आपको मौका दिया अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने का.
छात्रावास कराया जा रहा खाली:
- BHU में शुरू हुआ बवाल शनिवार-रविवार को भी थमने का नाम नहीं ले रहा है.
- वही शनिवार को पुलिस द्वारा कैंपस में छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज के बाद हालात और बिगड़ गए हैं.
- लड़कियों ने छेड़खानी के विरोध में प्रदर्शन किया था.
- वहीँ वीसी पीएम मोदी के रहते कोई एक्शन लेने के मुड में नहीं थे.
- प्रेशर बढ़ता देख पुलिस को बुलाकर कैंपस खाली कराने की कोशिश की जा रही थी.
- इसका विरोध छात्रों ने किया और फिर बात ऐसी बढ़ी कि आन्दोलन ने हिंसक रूप ले लिया.
- अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे यूनिवर्सिटी के छात्रों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी.
- भारी संख्या में पुलिस बल कैंपस में दाखिल हुआ और पत्थरबाजी कर छात्रों पर लाठीचार्ज किया.
- लाठीचार्ज से भगदड़ शुरू हो गयी जिसमें 3 छात्र घायल हो गए हैं.
- आगजनी, पेट्रोल बम का इस्तेमाल कर अराजक तत्वों ने इस आन्दोलन को हिंसक बना दिया.
- पुलिस ने जिस प्रकार का रवैया अपनाया वो भी सवालों के घेरे में है.
https://youtu.be/GW3y-vOc1G4
जिला प्रशासन पूरी तरह फेल:
- डीएम और कप्तान को मामले की पूरी जानकारी थी.
- लेकिन मौके पर न तो पहले सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त थी और न ही माहौल को समझने का अनुभव.
- वीसी के निर्देश पर छात्रावास में लड़कियों पर लाठीचार्ज किया गया.
- इसका नतीजा ये हुआ कि पुलिस को भी छात्रों के गुस्से का शिकार होना पड़ा.
- कैंपस में चीख-पुकार का माहौल देर रात तक बना रहा.
- जबकि पूरे मामले पर अभी तक योगी सरकार ने कुछ नहीं कहा है.
प्रॉक्टर की अजीबोगरीब सलाह:
- वहीँ जब लड़कियों ने प्रॉक्टर से शिकायत की तब उन्हें शाम 6 बजे तक हॉस्टल लौटने की सलाह दी गई.
- कहा गया कि लेगिज न पहनें और जल्दी हॉस्टल में आ जाएँ.
- लड़कियों की मांग है कि हॉस्टल में खुलेआम छेड़खानी की घटनाओं को गंभीरता से लिया जाये और दोषियों पर कार्रवाई की जाये.
- बावजूद इसके BHU प्रशासन का रवैया पूरे मामले में समझ से परे नजर आ रहा है.
2 अक्टूबर तक बंद हुआ BHU(BHU student protest):
- BHU में शुक्रवार से शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है.
- शनिवार-रविवार की रात को कुलपति का आवास घेरने पहुंचे छात्रों पर सिक्योरिटी ने लाठीचार्ज किया.
- जिसके बाद नाराज छात्रों ने पुलिस पर पथराव किया.
- पथराव की घटना के बाद 10 थानों की पुलिस BHU कैंपस के अन्दर घुसी और लाठीचार्ज शुरू कर दिया.
- BHU में माहौल बिगड़ने के बाद यूनिवर्सिटी को 2 अक्टूबर के लिए बंद कर दिया गया है.
- हॉस्टल को खाली कराने का शाम 5 बजे तक का वक्त दिया गया है.
छात्र-छात्राओं ने पुलिस पर किया पथराव(BHU student protest):
- BHU में शुरू हुआ बवाल शनिवार-रविवार को भी थमने का नाम नहीं ले रहा है।
- वही शनिवार को पुलिस द्वारा कैंपस में छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज के बाद हालात और बिगड़ गए हैं।
- अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे यूनिवर्सिटी के छात्रों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी।
- जिसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल कैंपस में दाखिल हुआ और पत्थरबाजी कर छात्रों पर लाठीचार्ज किया।
- लाठीचार्ज से भगदड़ शुरू हो गयी जिसमें 3 छात्र घायल हो गए हैं।