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उत्तरप्रदेश की राजनीति ने जल्द ही नया भूचाल आना संभव है, इशारा यादव परिवार में होने वाले ‘द्वितीय गृहयुद्ध’ की ओर है। आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर टिकट पर फैसला एक ओर संगठन कर रहा है और दूसरी ओर मुख्यमंत्री खुद। सूत्रों के मुताबिक़ अखिलेश यादव की लिस्ट में से कुछ ऐसे नाम गायब हैं जिसे सुनने के बाद से ही सपा में तहलका मचा हुआ है।
अगले पेज पर देखिये नाम:
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एक ओर जहाँ अखिलेश यादव ने वर्तमान 40 विधायकों को अपनी लिस्ट में जगह नहीं दी है, वहीँ कई बड़े नाम भी हैं जिनके ना होने पर अफरा-तफरी का माहौल है।
अखिलेश की लिस्ट से गायब हैं ये नाम!
- सारा सिंह हत्याकांड आरोपी अमनमणि त्रिपाठी का नाम लिस्ट से गायब
- हाल ही में नैनी कॉलेज में दबंगई करने वाले माफिया अतीक अहमद जिनका नाम शिवपाल कानपुर कैंट से घोषित कर चुके हैं लिस्ट से गायब हैं
- शिवपाल के कहने पर भी अंसारी बंधुओं का नाम लिस्ट से नदारद है
- सूत्रों की मानें तो जौनपुर, इलाहाबाद और कानपुर में घोषित सीटों पर बड़े बदलाव संभव
अखिलेश पहले भी बयान दे चुके हैं कि कप्तान को टीम चुनने का अधिकार होना चाहिए, अगर परीक्षा उनकी है तो टीम चुनने में भी उनकी अहम भूमिका होनी चाहिए। ऐसे में शिवपाल यादव द्वारा घोषित किये गए नामों की अनदेखी एक नए सैलाब को जन्म दे सकती है।
शिवपाल यादव ने ट्वीट कर जताई नाराजगी
शिवपाल यादव ने ट्विटर पर लिखा है कि “टिकट का बंटवारा जीत के आधार पर होगा, अब तक 175 लोगो को टिकट दिया जा चुका है” ऐसे में वो किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेंगे।
टिकट का बंटवारा जीत के आधार पर होगा, अब तक 175 लोगो को टिकट दिया जा चूका है।
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) December 25, 2016
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