बलिया में क्रय केंद्रों पर मंत्री ने एक बड़ा घोटाला पकड़ा है. क्रय केंद्र मंत्री अचानक चितबड़ागांव पर अचानक पहुंच गये जहां उन्हे गड़बड़ी की आशंका थी जो कि निरीक्षण में सही साबित हुई. मत्री के अचानक वहां पहुंचने से लोगों में हडकंप मंच गया. मंत्री उपेन्द्र तिवारी ने वहां खुद पहुंचकर रैंडम चेकिंग की.
मंत्री ने खुद रैंडम चेकिंग की…
मंत्री ने मौके पर पहुंच कर रैंडम चेकिंग की, मंत्री ने 90 प्रतिशत धान खरीद में फर्जीवाड़े की अाशंका जताई थी. रैंडम चेकिंग के दौरान किसानों से फोन पर बात की गई, जिसमें बड़े फर्जीवाड़े की खुलासा हुआ, जिनलोगों के पास खेत तक नही है उन्होंने उन्होंने सैकड़ों कुंतल धान बेचे. जहां धान की खेती नही होती वहांपर किसानों के नाम खरीद रजिस्टर है.विधायक के अचानक दौरे के बाद जब मंत्री ने कर्मचारियो से पूछताछ की तो कोई भी सही जानकारी नही दे पाया, सब एक दूसरे पर मामले को डालते नजर आए.
जिनके पास खेेत नही उन्होंने कैसे बेचे सैकड़ों कुंतल धान?
यूपी के बलिया में क्रय केंद्र मंत्री ने अचानक की छापेमारी मेंं बड़ा घोटाला व कई ऐसी चीजे निकलकर सामने आई है जो सोचने पर मजबूर कर देती है कि देश में घोटाले करनें के तरीके में हमसा नही कोई. छापेमारी में जिन लोगों ने सैकड़ों कुंतल धान बेचें उनके पास खेत तक नही है ऐसे में यह सवाल निकलकर सामने आते है जिनके पास खेत नही उन्होनें कैसे सैकड़ों कुंतल धान बेचे उनके साथ इस घोटाले में और कौन- कौन मिला है किसके संरकक्षण में हुआ इन सवालों का जवाब तो आगे की कार्रवाई में ही पता चलेगा. उससे भी ज्यादा हैरानी वाली बात सामने निकल कर यह आती है जहां धान की खेती तक नही होती है वहां किसानों के नाम पर रजिस्टरी है.
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