उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिला में दिल को झकझोर देने वाली एक घटना प्रकाश में आई है। यहां आर्थिक तंगी से जूझ रही एक महिला ने अपनी मासूम बेटी का 2 लाख रुपये में सौदा कर बेच दिया। ये बात जैसे ही आसपास के लोगों को पता चली तो उनके होश उड़ गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि गरीब महिला आर्थिक तंगी से जूझ रही है, उसे कोई भी सरकारी सुविधाएं और सहायता नहीं मिल रही है। महिला का पति शराबी है, वह रोजाना पैसे के लिए मारपीट करता है। गरीब महिला आसपास के घरों में बर्तन, झाड़ू पोछा का काम करती है और अपने परिवार का पेट पालती है। खस्ता हालत के चलते महिला ने यह कदम उठाया है। फिलहाल मीडिया में मामला आने के बाद पुलिस और जिला प्रशासन पूरे मामले की तफ्तीश में जुट गया है।
पुराना मछली बाजार का है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, मामला धामपुर थाना के पुराना मछली बाजार का है। 2 सप्ताह पहले महिला अपनी दो बड़ी बेटियों को लेकर नहटोर गई थी वहां पर उसने एक वकील को अपनी बड़ी बेटी का सौदा कर दिया। बेटी को वकील के पास छोड़ कर महिला अपनी छोटी बेटी को साथ लेकर घर आ गई। जब परिजनों ने बड़ी बेटी के घर ना आने के कारण पूछा। तो महिला ने बताया कि वह नहटौर में एक व्यक्ति के घर पर काम करेगी। जब परिजनों ने महिला पर दबाव बनाया तो पता लगा कि उसने बेटी को 2 लाख रुपये में बेच दिया।
उन्होंने बेटी को नागौर से वापस लाने का दबाव बनाया लेकिन वकील ने दो लाख वापस देने पर ही किशोरी को वापस करने की बात कही। मामला को लेकर गली गलियारों में चर्चा होने लगी। परिजनों ने डीएम से शिकायत कर किशोरी को वापस दिलाने की गुहार लगाई है। वही DM ने मामला संज्ञान में आते ही अधिकारियों को किशोरी के घर वापस कराने का निर्देश दिए हैं। DM अटल कुमार राय का कहना है कि मामला गंभीर है जांच कराकर मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उधर कोतवाल शक्ति सिंह का कहना है कि इस तरह का मामला उनके संज्ञान में नहीं है शिकायत मिलने पर कार्यवाही होगी।
परिवार का अभी तक राशन कार्ड नहीं
बताया जा रहा है कि परिवार बेहद ख़राब आर्थिक स्थिति में जीवन यापन कर रहा है। उसका पति विवाह शादी में बैंड बाजा बजाता है। उनके तीन बेटी एक बेटा है घर भी वह छोटा है पीड़ित परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। परिवार का अभी तक राशन कार्ड भी नहीं बना है। उसे राशन की दुकान से राशन नहीं मिल पा रहा है, ना ही उसे जीवन यापन के लिए किसी सरकारी योजना का लाभ मिला। महिला का पति भी शराबी है जो काम करता है। वह उसे शराब पीने में खर्च कर देता है। महिला को स्वयं ही मेहनत मजदूरी कर बच्चों का पेट पालना पड़ता है।
वकील के नहीं है कोई संतान, मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ
मोहल्ले में चर्चा है कि जिस वकील को किशोरी बेची गई है उसके कोई बच्चा नहीं है। उसने किशोरी को पालन-पोषण के उद्देश्य से खरीदा है। वार्ड सदस्य अरविंद कुमार का कहना है कि महिला कभी उससे नहीं मिली। किशोरी को बेचने का मामला गंभीर है जांच कराकर किशोरी को वापस लाया जाएगा। पीड़ित परिवार की पालिका की ओर से हर संभव मदद की जाएगी उसे सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिया जायेगा।