आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अवध प्रांत के सभी जिला अध्यक्षों, संगठन सचिव और प्रकोष्ठों के समस्त पधाधिकारियों के साथ कानपुर में बैठक कर संगठन की समीक्षा की और साथ ही उनके नेतृत्व में एकदिवसीय प्रशिक्षण शिविर भी चलाया गया।
इस मौके पर प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने भाजपा की प्रदेश और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि योगी सरकार मुजफ्फरनगर दंगें में शामिल लोगों को बचाने के लिए इस मामले को वापस ले रही है, ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण हैं। क्या संविधान और कानून व्यवस्था से ऊपर योगी मोदी की सरकार हो गई है?
मुख्यमंत्री योगी कभी कहते हैं कि ईद नहीं मनाता हूँ, कभी कहते हैं जन्माष्टमी धूम धाम से मनाइए, प्रदेश में 06 साल की बच्ची के साथ बलात्कार हो रहा है। बरेली में बलात्कार पीड़ित ने न्याय नहीं मिल पाने की वजह से आत्महत्या कर ली। भाजपा के विधायक, सांसद पुलिस अधिकारियों के साथ गाली गलौज और मारपीट कर रहे हैं। ये सभी घटनाए इस बात को दर्शाती हैं कि प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज बची नहीं है।
व्यापारी, किसान, नौजवान और महिलायें सभी भाजपा सरकार से बेहद परेशान है। किसानों को कर्जमाफी के नाम पर योगी सरकार ने एक रुपया, दो रुपया की चेक देकर उनके साथ छल और क्रूर मजाक किया है। योगी सरकार में बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि कर दी गई और शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेश बुरी तरह से पिछड़ चुका है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जनता के वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए धार्मिक उन्माद को फैला रही है। धर्म के नाम पर नफरत फैलाकार हिन्दू-मुसलमानों को आपस में लड़ाने का काम लगातार कर रही है। उन्होंने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकसभा 2019 का चुनाव निष्पक्ष नही होगा। क्योंकि चुनाव आयुक्त ए के ज्योति भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं।
चुनाव आयोग ने केंद्र सरकार के इशारे पर दिल्ली सरकार के 20 विधायकों का जल्दबाजी में बिना पक्ष सुने ही उन पर बड़ी कार्यवाही कर दी। उन्होंने मांग की है कि लोकसभा का चुनाव EVM से न कराकर बैलेट पेपर से कराया जाए। अवध प्रांत की अध्यक्षा ब्रिज कुमार ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि पार्टी कौमी एकता और आपसी भाईचारा को लेकर जिलों में जागरूकता अभियान और भाजपा की पोल खोल अभियान चलाकर भाजपा को बेनकाब करेगी।