प्रदेश में बढ़ रहे अपराध और बलात्कार की घटनाओं की दहशत इस कदर है कि लोगों ने अपने घरों के बाहर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की एंट्री पर बैन लगा दिया है। ऐसे पोस्टर यूपी के इलाहाबाद जिले में देखने को मिले। यहां मोहल्ले में बैनर और घरों के बाहर पोस्टर चस्पा किए गए हैं। इन पोस्टरों पर लिखा है कि “इस मोहल्ले में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का आना मना है क्योंकि यहां महिलाएं और बच्चियां रहती हैं।” ये पोस्टर पूरे शहर में चर्चा का विषय बने हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक, इलाहाबाद के शिवकुटी मोहल्ले में कई घरों पर पोस्टर चस्पा हैं। इन पोस्टरों पर लिखा हुआ “इस मोहल्ले में भाजपा के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आना मना है, क्योंकि यहां महिलाएं और बच्चियां रहती हैं” निवेदक समस्त मोहल्लावासी। इन पोस्टरों से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यूपी में बलात्कार की बढ़ रही घटनाओं का खौफ किस कदर है।
गौरतलब है कि उन्नाव जिला में बांगरमऊ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर एक युवती ने बलात्कार का आरोप लगाया है। पुलिस की प्रताड़ना अजीज पीड़िता का पिता मौत के मुंह में समा गया। पुलिस ने पीड़ित को इस कदर मारा कि उसकी जेल के भीतर मौत हो गई। इस घटना के बाद पीड़िता मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने पहुंची। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और आरोपी विधायक को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया।
https://twitter.com/WeUttarPradesh/status/985112587422633985
इसके बाद एक और युवती का जला हुआ शव उन्नाव जिला के असोहा थाना क्षेत्र में मिला। यह घटना कोई एक ही नहीं इसके अलावा अमेठी में भी 2 दिन पहले गैंगरेप की घटना हुई थी। इसके बाद शनिवार को फिर एक गर्भवती महिला के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में किशोरियों और महिलाओं के साथ गैंगरेप की घटना प्रकाश में आई। टीवी चैनल और अखबारों में बलात्कार की घटनाएं पढ़ के मोहल्लेवासियों ने इस मामले में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया।
बता दें कि महिला सुरक्षा का दावा करके उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुई भारतीय जनता पार्टी की सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कमान सौंपी। उन्होंने सत्ता को संभालते ही दावा किया था कि यूपी में महिलाओं की सुरक्षा प्राथमिकता के तौर पर होगी। यूपी में महिला सुरक्षा के लिए 3 दिन हेल्पलाइन चल रही है। लेकिन महिला सुरक्षा के दावे एकदम खोखले नजर आ रहे हैं। लगातार बच्चियों और महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बना रहे हैं। शुरुआती दौर में महिला सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन हुआ। लेकिन कुछ दिनों तक वाहवाही लूटने के बाद भी ठंडे बस्ते में चला गया।