उत्तर प्रदेश के संभल जिला के गुन्नौर से भाजपा विधायक का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस पत्र में विधायक ने संभल के SP पर थाना बेचने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं भाजपा विधायक ने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और मीडिया से भी बदसलूकी का भी आरोप लगाया है। भाजपा विधायक अजीत कुमार उर्फ राजू यादव का पत्र मुख्यमंत्री को भेजा गया है। राजू यादव गुन्नौर से भाजपा विधायक हैं, ऐसा कहा जा रहा है कि विधायक के पत्र पर ही एसपी का तबादला कर दिया गया। आरोप है कि एसपी पर कार्यवाही के बजाय SP को इनाम संभल से हटाकर आजमगढ़ एसपी बना दिया गया।
पार्टी विरोधी गतिविधि का आरोप
जानकारी के मुताबिक, संभल एसपी का तबादला करने के लिए कुछ दिन पहले ही जिले की गुन्नौर सीट से बीजेपी विधायक अजीत कुमार उर्फ राजू यादव ने सिफारिश की थी। विधायक ने 16 अप्रैल को इस संबंध में बकायदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी भी लिखी थी। जिसमें उन्होंने एसपी पर बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री को भेजी गई इस चिट्ठी में अजीत कुमार ने लिखा था, ‘संभल के पुलिस अधीक्षक रविशंकर छवि का व्यवहार पार्टी व कार्यकर्ताओं के प्रति बहुत खराब है। इनकी मानसिकता पार्टी के विपरीत है। जिस कारण जिले के सभी पुलिसकर्मी उनका अनुसरण करते हुए कार्यकर्ताओं को कोई तवज्जों नहीं देते हैं।’
थानों में भ्रष्टाचार और थाना बेचने का आरोप
बीजेपी विधायक ने अपनी चिट्ठी में ये भी शिकायत की थी कि जिले के थानों में भ्रष्टाचार चरम पर है। आरोप था कि वह थाना बेच रहे हैं। जनता का खुलेआम शोषण हो रहा है और अपराध पर भी एसपी का कोई नियंत्रण नहीं है। इसलिए निवेदन है कि इनका ट्रांसफर कर किसी ईमानदार एसपी को तैनात करने का कष्ट करें। ‘ विधायक अजीत कुमार की चिट्ठी के बाद 29 अप्रैल की शाम 36 आईपीएस अफसरों के तबादले कर दिए गए। इसमें ही संभल एसपी रमाशंकर छवि को संभल से हटाकर उनका ट्रांसफर आजमगढ़ किया गया है, जबकि आरएम भारद्वाज को संभल का कप्तान बनाया गया है।