त्रिपुरा हिंसा मामले पर एक पूर्व केंद्रीय मंत्री व विधायक ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने मूर्ति तोड़ने वालों के कार्यों को जायज ठहराया है। इस दौरान मूर्ति तोड़ने को राष्ट्रवाद का उदय बताया है। कहा कि पश्चिमी दर्शन के जगह देशी संस्कृति का बदलाव हुआ है। राष्ट्र की संस्कृति को स्थापित करने का कार्य हुआ है। ये बातें विधान सभा क्षेत्र धनघटा के बीजेपी के विधायक श्री राम चौहान ने कही है।
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में बीजेपी के जीत के बाद अराजकतत्वों ने लेनिन की मूर्ति तोड़ दी थी। जिसके बाद सियासी माहौल गर्म हो गया था। वहीं दूसरी तरफ कोलकता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति तोड़ने के बाद उनके मुँह पर कालिख पोत दी। वहां पर कुछ लोगों ने एक पोस्टर लिखकर छोड़ा है, जिसमें बांग्ला भाषा में लिखा गया है कि यह लेनिन की मूर्ति तोड़ने का बदला है।
लेनिन की मूर्ति तोड़ने का लिया बदला
जानकारी के मुताबिक कोलकता के टॉलीगंज स्थित केवाईसी पार्क में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति लगाई गई है। आरोप है कि जाधवपुर यूनिवर्सिटी के 6 छात्रों ने मूर्ति तोड़ा है। घटना के बाद सभी आरोपी छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उक्त प्रकरण में गिरफ्तार किए गए छात्रों में 5 छात्र, जबकि एक छात्रा षामिल है। बताया जा रहा है कि मूर्ति तोड़ने के बाद वहां लगाए गए पोस्टर में लिखा गया कि यह लेनिन की मूर्ति तोड़ने का बदला है।
भाजपा ने की भर्त्सना
मूर्ति तोड़े जाने की जानकारी के बाद भाजपा ने इस कुकृत्य के लिए कड़ी आलोचना की है। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के जनरल सेकेटरी शांतनु वसु ने कहा है कि इस तरह की घटना होना वाकई निंदनीय है। वसु ने राज्य सरकार से इस मामले के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि उन्हें सबक मिल सके।
मोदी ने की घटना की निंदा
जानकारी के मुताबिक कोलकाता में मूर्ति तोड़े जाने पर प्रधानमंत्री मोदी ने कड़ा ऐतराज जताया है। वहीं, बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने इस पर चिंता जताई है। कहा कि इस तरह मूर्तियां तोड़े जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम मूर्ति तोड़ने वालों का समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन हमें इस बात को भी समझना जरूरी है कि भारत में अलग-अलग विचारधारा के लोग रहते हैं। अगर मूर्ति तोड़ने की किसी भी घटना में बीजेपी का कोई कार्यकर्ता या नेता शामिल होता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।