उत्तर प्रदेश विद्युत निगम के द्वारा सरकारी योजनाओं में विद्युत उपभोक्ताओं से हो रही अवैध वसूली.अवैध वसूली के खिलाफ सांसद कौशल किशोर उतरे सड़क पर,अपनी ही सरकार के  खिलाफ खोला मोर्चा.लखनऊ के प्रेस क्लब में कौशल किशोर ने सरकार व अधिकारीयों के खिलाफ खोला मोर्चा.मध्याचल के एमडी ने सांसद कौशल किशोर से बदसलूकी की थी जिसके बाद सांसद ने काफी नाराजगी जाहिर की थी.

 

अपनी ही सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

लखनऊ में हो रही अवैध वसूली से लोग परेशान है, एेसे में सांसद कौशल किशोर ने लोगों की बात को गम्भीरता से लिया और लोगों की आवाज को सड़क पर उठाया.उन्होने प्रेस क्लब में सरकार व अधिकारियों के खिलाफ अावाज उठाई साथ में हो रही अवैध वसूली के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की.मध्याचल के एमडी ने सांसद कौशल किशोर से बदसलूकी जिसके बाद सांसद ने नाराजगी जाहिर करते हुए अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला.

लखनऊ के काकोरी के जेहटा में कर रहे है जमकर वसूली. मलिहाबाद विधानसभा क्षेत्र में गलत बिलिंग करके कर रहे है शोषण. विधुत नियामक आयोग और पावर कारपोरेशन की मिलीभगत से हो रही है वसूली.सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं में भी हो रही है धांधली. मध्यांचल के एमडी ने कहा है कि मुझे कोई आदेश नही मिला है जिसमे सबको बिजली मिले. बिजली के तार चोरी होने की बात भी कई बार सामने आई है, जेई ने जिस घर मे लाइट नही है उस पर भी मुकदमा किया है. साथ ही उससे आहत होकर उस किसान ने आत्महत्या कर ली है. पार्टी और जनता को एकजुट होने करने की आवश्यकता है, राज्य सरकार और केंद्र सरकार की योजनाओं पर पानी फेर रहर हैं. बाबू को अवैध वसूली को लेकर हमने उसे हटवाया है. और विभाग में भ्रष्टाचार में लिप्त होने वाले लोगो पर कार्यवाही आवश्यकता है.

तेजतर्रार छवि के है सांसद 

कौशल किशोर भारतीय जनता पार्टी के दलित नेता व सांसद के तौर पर जाने जाते है.2014 लोकसभा में वह भाजपा के लिए सांसद चुने गये थे.कौशल किशोर को लोग काफी तेज तर्रार नेता के रुप में जानते है.वह अपने क्षेत्र में काफी सक्रीय भी रहते है.काैशल किशोर अपने क्षेत्र में काफी सकि्रय रहते हैं. वे जनता के लिए समर्पित रहते हैं. वे जनहित के इश्यू को लेकर हमेशा आवाज उठाते हैं. अक्सर वे गरीबों आैर बेसहारा लोगों की आवाज बन कर संघर्ष करते रहते हैं। वे तेजतर्रार सांसद हैं. उनकी क्षेत्र में काफी लोकप्रियता है.

मोहनलालगंज से भाजपा सांसद है कौशल किशोर

पावर फ़ॉर आल और सौभाग्य योजना में अधिकारियों की नही हो रही है कमाई जिसको लेकर अधिकारी है खफा है.साथ ही उसकी फीडिंग भी गलत तरीके से ऊर्जा मंत्री और मुख्यमंत्री को दे रहे है. अंकुश में न रहने वाले अधिकारियों को ये सरकार पसंद नही है जिसके चलते ये अधिकारी कर रहे है गरीबो को शोषण. गांव का आदमी कहा से करेगा चार्ज प्री पेड मीटर में भी हो रही है धांधली.एक किलो वाट के कनेक्शन का बिल 2 लाख कैसे आया ये बडा प्रश्न है और अधिकारियों की सह पर हो रही है जमकर वसूली.बिजली के बिल के बकाया का नोटिस दे न की उनपर एफआईआर कराए। जो कि पूरी तरह से असंवैधानिक है.

 

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