विवादित बयान देकर चुनाव आयोग के चक्कर फंसे भाजपा सांसद साक्षी महाराज हिंदी में नोटिस देने को कहा है। दरअसर चुनाव आयोग साक्षी महाराज को पहले ही विवादित बयान देने के मामले में तलब कर जवाब मांग चुका है। इसके लिए आयोग ने साक्षी को एक नोटिस भी भेजा है। लेकिन साक्षी महाराज ने यह कहते हुए चुटकी ले ली कि उन्हें अंग्रेजी नहीं आती, तो आयोग उन्हें हिंदी में नोटिस भेजे।
साक्षी महाराज की सफाई :
- मेरठ में आचार संहिता लगने के बाद साक्षी महाराज विवादित बयान देकर फंस गए।
- इस पर उन्हें चुनाव आयोग ने तलब किया था।
- इस पर आज बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने सफाई दी है।
- उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी समुदाय की भावनाओं को चोट पहुंचाने का नहीं था।
- उन्होंने दावा किया, उन्होंने अपने बयान में किसी भी समुदाय का नाम नहीं लिया था।
- वह तो बस बढ़ती आबादी पर अपनी चिंता जाहिर कर रहे थे।
- वहीं उन्होंने कहा कि उन्हें अंग्रेजी नहीं आती,
- तो आयोग उन्हें हिन्दी में नोटिस भेजे।
- आयोग ने आज नोटिस जारी इस मामले में जवाब देने के लिए 11 जनवरी तक का वक्त दिया है।
यह है पूरा मामला :
- दरअसल मेरठ के शनिधाम मंदिर में एक संत समागम का आयोजन किया गया था।
- इसमें उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज भी पहुंचे थे।
- उन्होंने यहां कहा कि हिंदू घटा तो देश बटा।
- साथ ही प्रदेश की बढ़ती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसका जिम्मेदार हिंदू नहीं है।
- उन्होंने कहा कि इसके जिम्मेदार वो है, जो 4 बीवी रखकर 40 बच्चे पैदा करते हैं,
- वहीं उन्होंने तीन तलाक के मुद्दे पर भी टिप्पणी की थी।
- इसके बाद चुनाव आयोग ने डीएम से मामले पर रिपोर्ट मांगी।
- त्वरित कार्रवाई करते हुए, डीएम ने एडीएम को जांच के आदेश दिए।
- इसके बाद एडीएम की शिकायत पर सदर थाने में सांसद साक्षी महाराज पर केस दर्ज किया गया।
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