गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शुभकामना संदेश में उन्होंने कहा कि परमपूज्य बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बे़डकर की अथक मेहनत व मानवता के प्रति उनकी जबर्दस्त सूझ- बूझ दूरदृष्टि एंव देशहित की समतामूलक धर्मनिरपेक्ष सोच के फलस्वरुप बना अति- मानवीय व कल्याणकारी संविधान आज ही के दिन से देश में लागू हुआ था। औऱ पवित्र संविधान ही देश की समस्त आमजनता की असली विरासत प्रेरणा व शक्ति है जिसे बचाये रखने की चुनौती आज देश के समस्त साव सौ करोड़ जनता के सामने उठ खड़ी हुई है।
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इसके साथ ही खासकर वर्तमान हालात के मदेनजर यही वह दिन है कि जब यह आकलन करना बहुत जरूरी हो गया है कि देश के अनुपम संविधान के अनुरुप मानवीय लक्ष्यों को हासिल करने में कितनी सफलता प्राप्त हुई है? साथ ही देश में गरीबी, बेरोजगारी जातिवादी शोषण व जुल्म- ज्यादती आदि कितनी दूर हुई है तथा सामाजिक न्याय व आर्थिक समानता के क्षेत्र में देश ने कितना संतोषजनक काम किया है।
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बीएसपी प्रमुख ने कहा कि शायद यह पहला मौका है कि जब गणतंत्र दिवस के अवसर पर देख के सामने इतनी हिंसा उग्रता व अव्यवस्था छाय़ी हुई है। जो समस्त देशवासियों को चिन्तित किये हुए है। जिसके लिए कोई और नहीं स्वंय बीजेपी जिम्मेदार है इससे छुटकारा पाने के लिए आने वाले समय में देश को ‘पूर्ण से सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’ के लिए काम करने वाली सरकार की जरुरत है जिसमें ही देश, प्रदेश व आमजनता का हित निहित है।