खास बातचीत की श्रृंखला में बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी से uttarpradesh.org की टीम ने बात की. उन्होंने कई ज्वलंत मुद्दों पर सरकार और पार्टी का पक्ष रखा.

शलभमणि त्रिपाठी से बातचीत:

सवाल: शलभ मणि त्रिपाठी का पत्रकारिता से राजनीति में झुकाव अचानक हुआ या पहले से राजनीति में आने की इच्छा थी. अपने इस सफ़र के बारे में कुछ बताएं..

शलभमणि त्रिपाठी: लम्बे समय तक पत्रकारिता के बाद अब भाजपा से जुड़ा हूँ. एक आम आदमी की आवाज उठाने का काम करता रहा हूँ. पत्रकारिता के बदलते परिवेश में सिर्फ ख़बरें रह गई हैं, अब आम आदमी की आवाज उठाने के लिए मैंने राजनीति को चुना. ABVP के साथ जुड़ा रहा और पीएम नरेन्द्र मोदी ने काफी प्रभावित किया. इसलिए मैंने भाजपा को चुना.

सवाल: शलभ मणि त्रिपाठी राजनीति में खुद को कितना फिट पाते हैं.

शलभमणि त्रिपाठी: ये सवाल नए लोगों को राजनीति में आने से रोकता है. अच्छे और ईमानदार लोगों को राजनीति में आना चाहिए. जो भी ये कर सकता है, वो फिट है राजनीति में.

सवाल: अमेठी में राहुल गाँधी ने योगी सरकार पर हमला बोला और जवाब में बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष, सीएम योगी और स्मृति ईरानी मैदान में उतरे.. क्या अमेठी की सीट भाजपा के लिए 2019 में सबसे अहम कड़ी साबित होने वाली है.

https://youtu.be/B8QUo7bfUWA

शलभमणि त्रिपाठी: राहुल गाँधी अमेठी में विकास नहीं कर पाए, इतने सालों तक सांसद रहने के बाद भी कोई कार्य नहीं कर पाए. स्मृति ईरानी ने चुनाव लड़ने के बाद अमेठी के लोगों की शिकायतें सुनी. अमेठी की जनता को भरोसा है कि अमेठी के नाम पर गाँधी परिवार का नाम चमका,उनका भला नहीं हुआ. इसलिए भाजपा के नेताओं का अमेठी का दौरा होता रहा है.

सवाल: समाजवादी पार्टी योगी सरकार के अबतक के कार्यकाल को विफलता का नाम दे रही है, कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार रोकने में विफल रही है भाजपा? फर्जी मुठभेड़ हुई है.

शलभमणि त्रिपाठी: अखिलेश यादव सरकार में अपराधी गोली चलाते थे, जबकि पुलिस गोली खाती थी. यहाँ स्थिति बदली है. डकैत मारे गए हैं, बदमाश पकड़े जा रहे हैं. जनता की अदालत में भाजपा को समर्थन मिला है. अखिलेश यादव और उनकी पार्टी अपराधियों के मानवाधिकार की बात करती है.

सवाल: कई मामलों में FIR दर्ज नहीं हुए जबकि सपा सरकार के कार्यकाल में पीएम मोदी तक ने सवाल उठाये थे.

शलभमणि त्रिपाठी: एक दो ऐसे मामले हो सकते हैं, जिनकी जाँच की जाएगी, लेकिन हर मामलों की FIR दर्ज हो रही है. मुख्यमंत्री के आदेश का सख्ती से पालन किया जा रहा है. पुलिस अपना काम बखूबी कर रही है. सारी घटनाओं में पुलिस उचित कार्यवाई कर रही है.

सवाल: बैरिया भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह पर वनकर्मी से मारपीट के आरोप हैं, वनकर्मी ने कहा है कि, भाजपा विधायक ने उसे पहला थप्पड़ मारा था, जिसके बाद से वन कर्मी कलेक्ट्रेट पर धरना दे रहे हैं। खुद DGP ने मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया था, जबकि अभी तक मामले की FIR भी लिखी नहीं गयी है, ऐसा क्यों? जबकि चुनाव के समय आपकी पार्टी ने कहा था कि, हर मामले की FIR दर्ज की जाएगी.

शलभमणि त्रिपाठी: जो भी आरोप हैं वो प्रमाणित नहीं हुए हैं, इसकी जाँच की जाएगी.  जो वनकर्मी आरोप लगा रहे उनकी बात नहीं कर रहे, लेकिन आरोप है तो उसकी जाँच होगी. अगर ये लोग अच्छा कार्य करते सूबा कुशासन का केंद्र नहीं बना होता पिछली सरकार में, जो भी है कानून के दायरे में होगा और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.

सवाल: कान्हा उपवन में 554 गौवंशों की मौत हुई है.. जबकि फंड की कमी की बात कान्हा उपवन ने कही थी.. इस प्रकार की लापरवाही के लिए जिम्मेदार कौन है?

शलभमणि त्रिपाठी: कान्हा में फंड की समस्या रही. वो एक NGO द्वारा संचालित होता है. सरकार का इसमें बहुत बड़ा रोल नहीं है. सरकार के फण्ड के अलावा NGO स्वयं कार्य करते हैं. हमारे पास जो रिपोर्ट है उसकी जाँच की जा रही है. इसको बेहतर करने की कोशिश रहेगी.

सवाल: आगरा एक्सप्रेस वे पर सबसे बड़े ट्रांसपोर्ट विमान की लैंडिंग होने जा रही है.. इसी एक्सप्रेसवे पर सरकार ने सवाल उठाये थे.

शलभमणि त्रिपाठी: आगरा एक्सप्रेस वे को लेकर कोई विवाद नहीं था. मेट्रो को लेकर विवाद शुरू हुआ था. मेट्रो का उद्घाटन होने के वक्त ये मामला तूल पकड़ने लगा था. आधी-अधूरी योजनाओं को पूरा करने का कार्य सरकार कर रही है. सरकार जनता के पैसे को सही तरीके से इस्तेमाल करना चाहती है.

सवाल: एंटी-रोमियो दल के बाद भी प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा ताक पर है, आये दिन महिलाओं को छेड़छाड़ और रेप जैसी घटनाएँ होती हैं, आपकी पार्टी ने चुनाव में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर तत्कालीन सरकार काफी हमला बोला था? अभी एंटी-रोमियो दल की सक्रियता नहीं दिखाई दे रही है?

शलभमणि त्रिपाठी: पुलिस और एंटी-रोमियो दल की सक्रियता रही है. तमाम जगहों पर बच्चियों ने स्कूल जाना बंद कर दिया था. पिछले 6 महीने में अप्रत्याशित कमी आई है. कुछ लोगों को चेतावनी देकर छोड़ा गया. कई मामलों में कार्यवाई हुई है. एसिड अटैक की घटनाओं में कमी आई है. कई मामलों में मीडिया और विपक्ष उन्हें बड़ा बनाने की कोशिश करती है. महिलाओं की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है.

सवाल: राममंदिर मुद्दा कोर्ट में है जबकि सरकार ने अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति का प्रस्ताव भी दिया है.. इसका गुजरात चुनाव से कितना सम्बन्ध है.

शलभमणि त्रिपाठी: प्रभु राम की मूर्ति अयोध्या में बननी चाहिए. मामला कोर्ट में इसमें कोई दखल नहीं दे रहा है. लेकिन अयोध्या में मूर्ति नहीं लगेगी तो कहाँ लगेगी. इसमें कोई विवाद नहीं होना चाहिए. श्रीकृष्ण और प्रभु राम के नाम से जिनको दिक्कत है वो मुद्दा बना रहे हैं. अयोध्या रामलला का जन्मस्थान है और वो अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए.

सवाल: सीएम योगी आदित्यनाथ के गुजरात दौरे में बात करें तो.. क्या योगी आदित्यनाथ पीएम मोदी के बाद दूसरा बड़ा चेहरा हैं संघ के लिए?

शलभमणि त्रिपाठी: सीएम योगी पॉपुलर फेस हैं पार्टी के. केरल से लेकर गुजरात में उनकी रैलियों में बड़ी संख्या में भीड़ आई है. योगी आदित्यनाथ सक्रीय रहे हैं राजनीति में. इसलिए पार्टी जहाँ भेजेगी वो जायेंगे. 

सवाल: जय शाह के मुद्दे पर पार्टी को प्रेस कांफ्रेंस करनी पड़ी.. क्या जय शाह पार्टी में कोई पद होल्ड करते हैं या बीजेपी का ये आत्मघाती गोल था.

शलभमणि त्रिपाठी: जय शाम अमित शाह के पुत्र हैं, जो खबर दिखाई गई वो गलत थी. इसलिए मानहानि का दावा किया गया और अदालत में अपनी बात कहें. जय शाह ने अपनी लड़ाई लड़ी है. उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए काम किया है. कांग्रेस ने रोबर्ट वाड्रा मामले में कभी दावा नहीं किया. बिहार के दिग्गज नेता के खिलाफ कार्रवाई हुई है. हमारी सरकार लगातार भ्रष्टाचार रोकने का काम कर रही है.

सवाल: राष्ट्रवाद को लेकर बहस जारी है.. आपकी नजर में राष्ट्रवाद क्या है और राष्ट्रवादी कौन है?

शलभमणि त्रिपाठी: देश सर्वोपरि है, उससे बढ़कर कोई नहीं है. देश का मान रखना है. राष्ट्र हम सभी से ऊपर है.

सवाल: रोहिंग्या मुस्लिमों की बड़ी संख्या लखनऊ में है.. इसकी जानकारी शासन प्रशासन सभी को है.. इनपर सरकार की क्या नीति है.

शलभमणि त्रिपाठी: सभी बांग्लादेशियों को चिन्हित करने का कार्य किया जा रहा है.पूर्व की सरकारों ने तुष्टीकरण की नीति के कारण उन्होंने काम नहीं किया. फर्जी तरीके से रहने वालों को गिरफ्तार किया सकता है. सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं किया जा सकता है. 

सवाल: भाजपा के कई विधायक-नेता सरकार बनने के बाद से बदजुबानी का शिकार हो चुके हैं, इस बारे में पार्टी, सत्ता की धमक दिखाई दे रही है.. पार्टी का क्या रवैया रहा है ऐसे लोगों के प्रति.

शलभमणि त्रिपाठी: भाजपा अनुशासित पार्टी है. शायद एक घटना हो तो उसके अलावा कहीं ऐसे मामले नहीं आये हैं. जनप्रतिनिधि स्थानीय भाषा में कभी कुछ बोल गए तो अलग बात है. अफसर भी सही तरीके से जवाब नहीं दे पा रहे हैं. कुछ शब्दों को लेकर आपत्ति हो सकती है लेकिन स्थानीय भाषा में ऐसी बातें कहीं होंगी.

सवाल: बीफ बैन को लेकर भाजपा आक्रामक रही है. बीफ बैन कराना प्रमुख एजेंडा रहा है. लेकिन मेघालय में एक भाजपा नेता ने बीफ बैन कराने की बात की तो उसे पार्टी से निकाल दिया गया? क्या मेघालय के लिए अलग नजरिया क्यों?

शलभमणि त्रिपाठी: मेघालय की संस्कृति अलग है. हमारी पार्टी संविधान के अनुसार कार्य करती है. हम कानून में विश्वास करते हैं. गौ-तस्करी भी कानूनन अपराध है.

सवाल: यूपी में वर्तमान राजनीति के स्तर के बारे में आप क्या कहना चाहेंगे.

शलभमणि त्रिपाठी: नकारात्मक वोटिंग के जरिये राजनितिक दल सत्ता पर काबिज होती थी. बसपा और सपा सत्ता में रहीं और प्रदेश को लूटकर अपना खजाना भरती रहीं. इसलिए पहली बार सकारात्मक चुनाव हुआ और जनता ने हमारी पार्टी को चुना.

सवाल: क्या शलभमणि त्रिपाठी कभी चुनाव चुनाव लड़ेंगे?

शलभमणि त्रिपाठी: अभी मैं कार्य करने आया हूँ, भाजपा में रहकर अभी बहुत कुछ सीखना है और पार्टी के लिए जनता के लिए कार्य करना है.

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