राजधानी लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली से चंद कदम दूर स्थित डीएम आवास के सामने स्थित पेट्रोल पंप के टैंक में सोमवार रात तेज धमाके के साथ विस्फोट से अफरा-तफरी मच गई। पास में मेट्रो का काम कर रहे मजदूर और अन्य कर्मचारी खौफजदा होकर भागने लगे। डीएम आवास के कर्मचारी भी डर कर गेट से बाहर आ गए। सूचना पाकर दमकल दस्ता और पुलिस मौके पर पहुंची तो लोगों शांत करवाया गया। सीएफओ का कहना है कि लापरवाही से हो रही टैंकों की शिफ्टिंग के दौरान हुए हादसे में डीएम आवास से लेकर मेट्रो के निर्माणाधीन रूट पर काम करने वाले कर्मचारी चपेट में आ सकते थे।
इंस्पेक्टर हजरतगंज राधा रमण सिंह ने बताया कि पेट्रोल पंप का एक टैंक कई साल से उपयोग में नहीं है। पंप को शिफ्ट करने के लिए सभी टैंक निकाले जा रहे हैं। कर्मचारियों ने टैंक को काटने के लिए गैस कटर लगाया तो अंदर आग लग गई। इसके साथ तेज आवाज के साथ इतना जोरदार विस्फोट हुआ कि पास में स्थित पुलिस चौकी हिल गई। धमाके की आवाज से इलाके में सनसनी फैल गई। लोग डर के मारे घरों से बाहर निकलने लगे। इस रोड पर ट्रैफिक रुक गया और कई राहगीर गाड़ी छोड़कर भाग खड़े हुए। धमाके के साथ टैंक के भीतर से आग की लपटें निकलने लगीं। हालांकि कर्मचारियों ने आग पर काबू पा लिया।
सीएफओ विजय कुमार सिंह ने बताया कि बंद पड़े टैंक में काफी कचरा जमा होने से गैस भर गई थी। टैंक में कुछ पेट्रोल भी था। बावजूद इसके बेहद लापरवाही के साथ कर्मचारियों ने टैंक को काटने की कोशिश की जिसकी वजह से हादसा हुआ। उनका कहना है कि पंप पर दो टैंक पेट्रोल से भरा था। गनीमत रही की इन टैंकों तक आग नहीं पहुंची वरना आसपास करीब एक किलोमीटर के दायरे के मकान दरक जाते। इन टैंक में आग लगने पर बुझाना मुश्किल हो जाता। इंस्पेक्टर राधा रमण सिंह का कहना है कि मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है। उनके निर्देश पर लापरवाही बरतने के मामले में पंप मालिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
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