खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने रायबरेली रोड स्थित ओपी चौधरी ब्लड बैंक और इंदिरा नगर में स्थित शेखर हास्पिटल के ब्लड बैंक का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। आपको बता दें कि दोनों ब्लड बैंक में एक का लाइसेंस यानि ओपी चौधरी ब्लड बैंक का लाइसेंस दो महीने के लिए और शेखर अस्पताल का लाइसेंस एक महीने के लिए निलंबित किया गया है। राजधानी के इन दोनों ही ब्लड बैंकों पर अवैध रूप से घर में ब्लड बैंक चला रहे आरिफ से मिलीभगत का आरोप पाया गया था। उसी के तहत ये कार्याही की गई है।
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जांच में मिला था संक्रमण
- बीते दिनों राजधानी के हुसैनाबाद स्थित एक किराए के मकान में आरिफ अवैध रूप से खून का कारोबार कर रहा था।
- जिसका खुलासा हुआ था बताया जाता है कि वह घर पर ही बिना संसाधनों के खून निकालता था।
- सूचना मिलने पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की टीम ने
- छापा मारा था।
- आरिफ के घर पर छापेमारी कर वहां पर बड़े पैमाने पर खून के प्लेटलेट्स नार्मल सलाइन बरामद किया था।
- जिसे जांच के लिए पीजीआई भेजा गया था।
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- पीजीआई में खून में संक्रमण पाया गया, जिससे घातक बैक्टीरिया मिलने की पुष्टि हुई थी।
- ड्रग इंस्पेक्टर रमाशंकर ने बताया कि डॉ. ओपी चौधरी ब्लड बैंक की आरिफ वह दूसरे प्राइवेट ब्लड बैंकों से सांठगांठ थी।
- इसकी जांच में पुष्टि भी हो चुकी है।डॉ. ओपी चौधरी व शेखर अस्पताल से आरिफ के तार जुड़े हैं।
- ऐसे में जांच में पुष्टि होने के बाद डॉ. ओपी चौधरी व शेखर अस्पताल का लाइसेंस क्रमशः दो और एक महीने के लिए निलंबित किया गया है।
- एफएसडीए विभाग की नज़रे अब ऐसे कई और ब्लड बैंकों पर लगी हुई हैं।
- ऐसे में जल्द ही उन पर भी निशाना साधने की तैयारी विभाग के अधिकारी कर रहे हैं।
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