यूपी बोर्ड की परीक्षाओं को नक़ल विहीन समाप्त कराने के लिए सरकार कस चुकी है. भाजपा ने इस मुद्दे को चुनाव के दौरान भी उठाया था. हालाँकि चुनाव के वक्त बोर्ड परीक्षा के कार्यक्रम पहले ही घोषित हो चुके थे लेकिन इस साल सरकार ने इसकी पूरी तैयारी की है. कई परीक्षा केन्द्रों को काली सूची में डाल दिया गया है और सख्त दिशा-निर्देश भी सरकार की तरफ से स्कूल प्रबंधन को दिया गया है.
बोर्ड परीक्षा को लेकर कल जिलाधिकारी लेंगे बैठक
बोर्ड की परीक्षाओं को सुचारू रूप से नकल विहीन कराये जाने को लेकर कल जिलाधिकारी लखनऊ बैठक करेंगे. यह बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में दोपहर 12 बजे होगी. इस बैठक में समस्त केंद्र व्यवस्थापक शामिल होंगे. पिछले 5 जनवरी को दिए डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये निर्देश दिए थे. उन्होंने नकल विहीन परीक्षाएं कराये जाने को लेकर सख्त निर्देश जारी किये थे. यूपी के सभी जिलों में परीक्षा की तैयारियों को लेकर बैठक अहम बैठक होगी. प्रदेश में होने वाली इस परीक्षा को नक़ल विहीन संपन्न कराना चुनौती हो सकता है.
शिक्षा के स्तर में सुधार को लेकर डिप्टी सीएम गंभीर
डिप्टी सीएम ने पिछले दिनों कहा था कि सरकार माध्यमिक शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन कर रही है. इस कार्यकाल में कई अधिकारी बदले गए. कई डीआईओएस और रजिस्ट्रार स्तर के अधिकारी सस्पेंड भी किए गए हैं. सरकार की कोशिश है कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो. अधिकारियों की कार्य संस्कृति में बदलाव की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर होना चाहिए. नकल से भविष्य नहीं सुधर सकता है. डिप्टी सीएम ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि स्कूल के प्रबंधकों के साथ बैठक कर तैयारियों का जायजा लें. उन्होंने कहा कि परीक्षा को सफलतापूर्वक संपन्न कराने को लेकर सरकार गंभीर है.