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RSS का बदला गया मायने बताया ‘राष्ट्रीय शिया समाज’ : बुक्कल नवाब

Bookkal Nawab changed RSS 'National Shia society'

राजधानी में आरएसएस नेताओं ने बड़ी बैठक की। बैठक में शामिल हुए सभी छोटे- बड़े  नेताओं ने दबे लफ्जों में जता दी।सीएम योगी को  बड़ा पद देने की मंशा जता रहे है। राजधानी  में रातों रात लगे पोस्टरों में नगर मुस्लिम नेता ने मोदी अमित शाह से पहले ही तय कर दिया। बीजेपी का 2019 लोकसभा का टारगेट 399 से अधिक सीट कर रही है। पुराने लखनऊ ग्लोब पार्क के आसपास के इलाकों में भविष्यवाणी करते पोस्टर में चिपकाये खुद को आरएसएस का सदस्बय बताया है।

आरएसएस का बदल दिया मायने आरएसएस मतलब ‘राष्ट्रीय शिया समाज ‘

पोस्टर में योगी को बताया 2019 का चेहरा, पीएम मोदी, अमित शाह गृह मत्रीं राजजनाथ सिंह भी गायब। खुद पार्टी नेता लगा रहे रहस्मयी पोस्टर के क्या हैं मायने, एक नामी मुस्लिम नेता का है पोस्टर में जिक्र किया है। रातों रात इस पोस्टर को लखनऊ के कई जगहों पर चिपका दिये गये है। जिसमें बुक्कल नवाब ने राष्ट्रीय शिया समाज बताया।

वहीं दूसरी तरफ आज लखनऊ बीजेपी नेताओं की एक बड़ी बैठक होगी। जिसमें सरकार और संगठन पूरी टीम शामिल होगी। इस दौरान  दत्तात्रेय होस बोले ,गोपाल कृष्ण रहेंगे मौजूद। सह प्रभारी शिव कुमार लखनऊ पहुंचे गये है।वहीं  संघ की बैठक में सीएम योगी भी  मौजूद रहेंगे।

Bookkal Nawab
National Shia society’

बीजेपी में नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने की हो रही थी तैयारी

यहां ये भी बता दें कि बीजेपी में  मौजूदा पदाधिकारियों में कुछ को नई जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। इसकी कवायद शुरू हो गई है। कुछ पदाधिकारी खुद संगठन के बजाय अब सत्ता का हिस्सा बनना चाहते हैं। रणनीतिकार कुछ को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नया दायित्व सौंपकर भावी चुनौतियों से निपटने की तैयारी कर लेना चाहते हैं।  साथ ही समीकरणों को भी समय से दुरुस्त करना चाहते हैं। क्षेत्रों और जिलों के संगठन के लोगों को विभिन्न संस्थाओं में समायोजित कर उन्हें सत्ता का स्वाद चखाया जाएगा। भाजपा के प्रमुख नेताओं का संघ पदाधिकारियों के साथ दो बार विचार-विमर्श भी हो चुका है।

भाजपा के रणनीतिकारों ने निकाय चुनाव के नतीजों से निकले संदेशों से सबक लेते हुए कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने की सोची है। पिछले दिनों निकाय चुनाव की समीक्षा बैठकों में क्षेत्रीय, जिला और महानगर के कार्यकर्ताओं का समायोजन न होने का मुद्दा उठा था।

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