उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खादी उद्योग को बढ़ावा देने और उसे एक विशेष ब्रांड के रूप में लाने की तैयारी में हैं।
राज्य सरकार उत्तर प्रदेश में खादी वस्तुओं की बिक्री बढ़ाकर उद्योग की क्षमता को बढ़ने की कोशिश कर रही है। इस उपाय से ग्रामीणों की आय को बढ़ावा मिलेगा जिससे उनकी आर्थिक समस्याएं कुछ कम हो सकेंगी। साथ ही युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बनेंगे।
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विशिष्ट ब्रांड के रूप में बनेगी पहचान
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खादी को बढ़ावा देने और इसे विशेष ब्रांड के रूप में उतारने वाले हैं।
- इसके लिए युवाओं को प्रेरित कर उन्हें बेरोजगार देने की भी योजना है।
- इस प्रयोजन के लिए रोडमैप तैयार कर लिया गया है।
- यूपी खादी और ग्राम्योग विभाग ने खादी उत्पादों को विशिष्ट ब्रांड के रूप में पहचानने के लिए लोगो भी तैयार किया है।
- इसके लिए पूरे देश में चल रहे फैशन संस्थानों के साथ मिलकर काम करने की योजना है।
- इसके लिए प्रशिक्षण देने के साथ ही कौशल कार्यशालाओं का भी आयोजन किया जायेगा।
- विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने इस बारे में जानकारी दी
- उन्होंने कहा कि हम देश के फैशन डिजाइनरों के साथ यूपी आधारित खादी इकाइयों को संभालने में सहयोग करेंगे।
- इसके साथ ही कड़ी के कारीगरों को भी कौशल प्रदान करेंगे।
- खादी को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों तक पहुंचाने के लिए इसे ऑनलाइन भी किया जायेगा।
- इसके लिए अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट के साथ एक ब्रांड तैयार कर खादी को लोगों तक पहुंचाया जायेगा।
- सहगल ने बताया कि अमेज़ॅन ने पहले से ही इस संबंध में दिलचस्पी जाहिर की है।
- सरकार विभिन्न वस्तुओं की बिक्री मूल्य में छूट देने के बजाय खादी उद्योगों को उत्पादन आधारित सब्सिडी प्रदान करेगी।
- खादी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनियों का भी आयोजन किया जाएगा।
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