गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज (brd Medical College) में अस्पताल एवं जिला प्रशासन की लापरवाही से 32 बच्चों सहित करीब 60 लोगों की मौत हो गई. पुराने बिल का भुगतान न करने पर ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित होने की बात आ रही थी जबकि सरकार ने इसे सिरे से ख़ारिज कर दिया था.
हाई कोर्ट ने जाँच के दिए आदेश:
- 32 मौतों की मौत के मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने महत्वपूर्ण आदेश दिया है.
- बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में हुई मौतों की जाँच के आदेश हाई कोर्ट ने दिए हैं.
- लीगल सर्विस अथोरिटी को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने जाँच करने के लिए आदेश दिया है.
सरकार ने ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत को बताया बेबुनियाद:
- शिक्षा चिकित्सा मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि लापरवाही बरतने के चलते BRD कॉलेज के प्रिंसिपल को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया था.
- वहीँ कहा गया था कि ऑक्सीजन सप्लाई बाधित हुई लेकिन उसे पूरा किया गया.
- बच्चों की इंसेफेलाइटिस और इंफेक्शन से और लिवर खराब होने से मृत्यु हुई.
- वहीँ सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि यहाँ पर लोग बीमारी के अंतिम चरण में आते हैं.
- BRD में एवरेज 17 मौतें रोज होती हैं.
- 2015 में 21 मौतें प्रतिदिन और 2016 में मौतें प्रति दिन होती थी.
- 2014 में अगस्त में 19 मौतें प्रति दिन होती थी.
- उन्होंने कहा कि सीएम यहाँ आये थे गैस सप्लाई का के बारे में किसी ने नही बताया.
- ये सरकार संवेदनशील सरकार है.
- BRD कॉलेज में आसपास के जिले के भी मरीज आते हैं.
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