उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में 25 मार्च को बड़ी शानोशौकत से एक पिता ने बड़े अरमानों के साथ अपनी बेटी की शादी की थी। जिसमें माँ-बाप, ताऊ-चाचाओं ने मिलकर बड़े जोरों-शोरो से बारात का स्वागत किया था। बारात बुलाकर लाखों रुपये खर्चकर दान-दहेज देकर अपनी लाडली बिटिया को विदा किया था, लेकिन 72 घंटो में ही इस लाडली के सब अरमान धरे रह गए। पिता की लाडली बिटिया जैसे ही ससुराल पहुंची गाड़ी की डिमांड रखते हुए उसके साथ मारपीट की। घायलावस्था में उसके ससुराल वाले उसे उसके मायके छोड़कर भाग गए, जिसके बाद परिजनों ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया।
जानकारी के मुताबिक मुज्जफरनगर के सुभाषनगर स्थित इमरान मलिक ने अपनी बेटी की रूबीना की शादी 25 मार्च को की था। शादी में बड़े ही धूमधाम से बारातियों का स्वगात किया गया। परिवार के सभी सदस्य खुशी-खुशी शादी में शरीक हो रहे थे। पिता ने बड़े ही अरमानों के साथ अपनी बेटी का निकाह तय किया था। सोचा था कि उसकी बेटी ससुराल में अपने पति के साथ खुशी खुशी अपना जीवन निर्वहन करेगी, लेकिन उनके अरमान धरे के धरे रह गए। रूबीना का आरोप है कि निकाह के बाद वह अपने ससुराल पहुंची, जहां तीसरे दिन ही शादी में खाना भी मनपसंद ना मिलने की बात कहकर बहुत बुरी तरह मारपीट किया गया। इतना ही नहीं उसके साथ अश्लील तरीके से शारीरिक यातनाएं दी गई। वहीं उसके जेठ के लड़कों ने भी अश्लील हरकतें कर डाली। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट करते हुए उसके प्राईवेट पार्ट में हाथ डाल दिया। गम्भीर हालात में लड़की को उसके घर के पास फेंककर चले गए।
शादी के कार्ड पर लिखवाया था ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘ का स्लोगन
लड़की के पिता की मानसिकता इसी बात से समझी जा सकती है कि वह अपनी बेटी से कितना प्यार करते हैं और कितने सामाजिक है। उन्होंने बेटी के शादी के कार्ड पर ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ का स्लोगन लिखवाया था। घटना के बाद पीड़ित परिवार नगर के तीनों थानों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक भी पुलिस ने पीड़ित लड़की व उसके परिजनों की पीड़ा भी नही सुनी। पुलिस की लापरवाही का आलम यह है कि केस को दूसरे थाना क्षेत्र का बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं।