लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में स्थित सेंट फ्रांसिस स्कूल में सुबह 10:11 बजे मिनट पर तेंदुआ दिखाई दिया। तेंदुए के स्कूल में ही छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। जिसे वन विभाग की टीम पकड़ने में जुटी है। प्लेटफार्म की छत को काटा जा रहा है ताकि उसे डॉट किया जा सके। इस दौरान तेंदुआ दो बार झलक दिखला चुका है। हालांकि उसकी दहाड़ों से ठाकुरगंज के कैटल कालोनी का इलाका थर्रा रहा है। स्कूल की टीचर्स ने इस तेंदुए का नाम रखने की दरख़्वास्त की है। टीचर ने वन विभाग से तेंदुए का नाम ब्रदर फ्रांसिस (Brother Francis) रखने की गुजारिश की है। तेंदुए की उम्र 3 से 4 वर्ष के बीच बताई जा रहे है। हालांकि असलियत उसके पकड़े जाने के बाद ही सामने आ पायेगी।
जानकारी के मुताबिक, ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के बालागंज इलाके में सेंट फ्रांसिस स्कूल है। पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज में 10:11 पर सुबह तेंदुआ कॉलेज में दिखाई दिया। इसके बाद वह स्कूल में जाकर छिप गया। तेंदुआ दिखाई देने के बाद कुछ बच्चों ने शोर मचाया हड़कंप मच गया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और वन विभाग की टीमों ने स्कूल में सर्च अभियान चलाया लेकिन तेंदुआ कहीं नहीं नजर आया।
हालांकि इस घटना के बाद सभी बच्चे काफी दहशत में हैं और वन विभाग की टीम उसे खोजने में लगी है। डीएफओ मनोज सोनकर ने बताया कि सुबह ठाकुरगंज के सेंट फ्रांसिस स्कूल में तेंदुए के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद तत्काल एक टीम मौके पर रवाना कर दी गई। उन्होंने बताया कि फ़िलहाल किसी पर हमले की सूचना नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि स्कूल से एक किमी के दायरे में मूसाबाद का जंगल और गोमती नदी है। संभव है यह तेंदुआ इसी जंगल से शहर में आ गया होगा। उसे पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
बहराइच में तेंदुए का आतंक
बता दें कि तेंदुए का आतंक राजधानी से कुछ ही दूर बहराइच जिले में अक्सर देखने को मिलता है। यहां नरभक्षी तेंदुआ कई लोगों को निवाला बना चुका है। वन विभाग की टीम ने इसे पकड़ने के काफी प्रयास करती हैं। कुछ तेंदुओं को पकड़ा भी गया लेकिन उनके बच्चे अभी क्षेत्र में सक्रिय हैं, जो रात के अंधेरे में ग्रामीण इलाके में जाकर घरों के बाहर सो रहे बच्चों और पशुओं को अपना शिकार बना रहे हैं। हालांकि देखने वाली बात यह होगी कि इस आदमखोर तेंदुआ को कब तक पकड़ा जा सकता है।