उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिला में रहने वाले बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के एक जवान का वीडियो सामने आया था जिसमें बीएसएफ जवान अजय कुमार ने प्रधानमंत्री से गुहार लगाई थी कि उसे और उसके परिवार को इंसाफ दिलाया जाये. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में पुलिस-प्रशासन के रवैये से नाराज बीएसएफ जवान ने अपने परिवार को इंसाफ नहीं मिलने पर हथियार उठाने की चेतावनी दी थी. बीएसएफ का जवान भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात है. जवान का कहना है कि ग्राम प्रधान और कुछ दबंगों ने तहसीलदार, पटवारी और पुलिस से मिलकर उसके पिता को जेल भेज दिया है. इससे उसका पूरा परिवार बिखर गया है. उत्पीड़न से बीएसएफ के जवान परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई थी.
जवान ने की सीएम योगी से मुलाकात
सहारनपुर के रहने वाले BSF जवान ने सीएम से मुलाकात की और अपनी परेशानी बताई. मथुरा में सीएम योगी से जवान ने मुलाकात की. सीएम योगी होली के उत्सव में शामिल होने मथुरा पहुंचे थे. इंसाफ की लड़ाई लड़ रहे जवान ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की. मथुरा में मिलने के बाद सीएम योगी ने जवान अजय कुमार को लखनऊ आवास पर बुलाया है.
वीडियो: BSF जवान ने इंसाफ न मिलने पर दी हथियार उठाने की चेतावनी
लहलहाती फसल पर दबंगों ने चलवाया ट्रैक्टर
दरअसल, मामला सहारनपुर जिले के गंगोह इलाके के तातारपुर गांव का है. यहां रहने वाले बीएसएफ के जवान अजय ने आरोप लगाया था कि गांव के ही प्रधान और कुछ अन्य लोगों ने मिलकर उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है और उनकी लहलहाती फसल पर 5 जनवरी को ट्रैक्टर चलवा दिया है. विरोध करने पर उनके पिता और परिवार से बदसलूकी की गई. जब अजय ने पुलिस और प्रशासन से इसकी शिकायत की तो उसे इंसाफ तो नहीं मिला बल्कि उल्टे मुकदमे में फंसाने की धमकी मिली.
वीडियो में क्या बोला बीएसएफ का जवान
वीडियो में अजय कुमार कहते हैं, “मैं अजय कुमार हूं. बीएसएफ में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात हूं. मैं देश की सुरक्षा कर रहा हूं लेकिन मेरे परिवार को सुरक्षा नहीं मिल रही है. मैं सरकार और पुलिस प्रशासन से पूछना चाह रहा हूं. मेरे खेत में लगी फसल को बर्बाद कर दिया गया है. महिलाओं को झूठे मुकदमे में फंसा दिया गया है.मेरे बुजुर्ग पिता को मारा-पीटा गया है. उन्हें 20 दिन से जेल में बंद करके रखा गया है.एसएचओ से बात की तो उसने मुझे केस में फंसाने की धमकी दी है. तहसीलदार, एसडीएम, एसएसपी को भी लिखा लेकिन कुछ कार्रवाई नहीं हुई। मुझे न्याय कैसे और कब मिलेगा?”