चुनाव नजदीक आते ही दल- बदलने वाले नेताओं के लिए बसपा (BSP) बनी पहली च्वाइस
लखनऊ। प्रत्येक चुनाव की भांति इस बार भी लोकसभा चुनाव से पहले दल बदलने की शुरुआत हो चुकी है। जिसकी शुरुआत पूर्व विधायक रुचिवीरा से हुई है, जिन्होंने सपा छोड़ बसपा का दामन थाम लिया है। उन्हें बिजनौर से बसपा का लोकसभा उम्मीदवार माना जा रहा है। अब आने वाले दिनों में कुछ और नेताओं के भी बसपा में आने की संभावना है। बसपा के वरिष्ठ सूत्रों की मानें तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दूसरे दलों के करीब दो दर्जन से अधिक नेता बसपा हाईकमान के संपर्क में हैं, जिनमें भाजपा के तीन विधायक और दो सांसद भी शामिल हैं।
- लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए यह जनप्रतिनिधि बसपा का दामन थाम सकते हैं।
- लोकसभा चुनाव (LOKSABHA ELECTION 2019) को लेकर सियासी माहौल गरमाता जा रहा है।
- चुनाव से पहले अब शुरू हो चुका है दल-बदलने का दौर
- दल-बदलने वाले नेताओं के लिए इन दिनों बसपा (BSP) बन गई है पहली च्वाइस।
- सभी दलों ने चुनाव को लेकर अपनी अपनी तेज कर ली है तैयारियां।
लोकसभा चुनाव को लेकर मैदान में जुटें सभी दल
इन दलों ने अपने नेताओं की फौज को मैदान में उतार दिया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में कद्दावर नेता बसपा हाईकमान के संपर्क में हैं। जिनके सियासी कद को तौलने में बसपा के कोआर्डिनेटर लगे हुए हैं। इनके अलावा दूसरे दलों के भी पूर्व विधायक और संगठन के अहम पदाधिकारी बसपा हाईकमान के संपर्क में हैं। वह बसपा की सदस्यता ग्रहण करने के लिए तैयार हैं। नए साल के प्रारम्भ से ही बसपा द्वारा इन नेताओं को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करानी प्रारम्भ की जाएगी।
बड़े नेताओं की चाहता ग्रहण करना बसपा की सदस्यता
संभव है कि बसपा सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन के अवसर पर कुछ बड़े नेताओं द्वारा बसपा की सदस्यता ग्रहण की जाए। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आर.एस कुशवाहा ने कहा कि बसपा के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है। सभी को विश्वास है कि बसपा सुप्रीमो मायावती ही देश की अगली प्रधानमंत्री बनेंगी।
- अनेक दलों के जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ लोग बसपा हाईकमान के संपर्क में हैं।
- शीघ्र ही वह पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। जिनके अभी नाम खोलना उचित नहीं है।
- बसपा ने भले ही 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में एक भी सीट ना जीती हो।
- 2009 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर बसपा उभरी थी।
- इस चुनाव में बसपा ने सबसे अधिक 27.20 प्रतिशत मत हासिल कर 20 सीटों पर जीत हासिल की थी।
- 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में भी बसपा ने 19.77 प्रतिशत मत हासिल किए थे।
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