यूपी 2017 विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी बहुजन समाज पार्टी यूपी फतह के लिए सारे गुणा-भाग करने में जुटी हुई है। इसके लिए सारे समीकरणों को ध्यान में रखकर चुनाव उम्मीदवारों का चयन किया जा रहा है। नतीजन पार्टी में उलटफेर का दौर चरम पर है। सियासी गुणा-भाग का ही नतीजा है कि पार्टी ने टिकट के दो प्रबल दावेदारों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
बसपा इन चुनावों में किसी भी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहती है लिहाजा पार्टी स्तर पर नेताओं को अन्दर बाहर करने का खेल जारी है। पार्टी प्रमुख की नजर केवल उन प्रत्याशियों पर है जो पार्टी की जीत सुनिश्चित करा सके।जिसके लिए बसपा अपने प्रत्याशियों की राह आसान करने में भी जुट गई है।
पहले भी पार्टी से बाहर हो चुके हैं डमडम महराजः
- इसी क्रम में बसपा ने बृजेंद्र व्यास (डमडम महाराज) को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
- बृजेंद्र व्यास ने अपना राजनीतिक सफर बसपा के साथ शुरू किया था, वह पहली बार गरौठा विधानसभा सीट से बसपा के विधायक चुने गए थें।
- पार्टी में अपनी अच्छी पकड़ के दम पर बृजेंद्र ने अपने भाई को झांसी से मैदान में उतारा था, जिसके बाद वह झांसी की राजनीति में सक्रिय हो गए।
- झांसी विधानसभा सीट पर बसपा से टिकट न मिलने पर बृजेन्द्र ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और महज 9 वोटों से वह बसपा प्रत्याशी से हारे थें।
- कांग्रेस से चुनाव हारने के बाद वह एक बार फिर बसपा के खेमें में शामिल हुए, और पार्टी ने उन्हें गरौठा विधानसभा का प्रभारी नियुक्त किय।
- एक बार फिर सीताराम कुशवाहा कि पार्टी में वापसी होने पर बृजेंद्र को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
राजेन्द्र राहुल को किया बाहरः
- मऊरानीपुर विधानसभा सीट पर तीन बार भाजपा विधायक रहें प्रागीलाल अहिरवार को बसपा में शामिल किया गया है।
- इस क्षेत्र में पहले से तैयारी कर रहें बसपा नेता तिलक चंद्र अहिवार को बिहार भेज दिया गया है।
- वहीं, पिछला विधानसभा चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ने वाले राजेन्द्र राहुल का नाम उछलने पर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है।
- पार्टी नहीं चाहती की क्षेत्र में भ्रम की स्थिति बने, इसके बाद अब प्रागीलाल अहिरवार का रास्ता साफ होता दिखाई दे रहा है।