राज्य सभा चुनावों में हारने के बाद बसपा सुप्रीमों मायावती ने पहली बार पार्टी विधायकों और नेताओं की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में मायावती ने समाजवादी पार्टी के साथ 2019 में गठबंधन का औपचारिक ऐलान कर दिया। इस दौरान बैठक में मौजूद बसपा विधायक सुखदेव राजभर ने कहा कि पार्टी सुप्रीमो मायावती ने सपा और बसपा में जमीनी स्तर पर तालमेल बनाने को कहा है। मायावती ने जोनल कोऑर्डिनेटरों समेत सभी वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई थी। इसमें सपा-बसपा गठबंधन को लेकर फीडबैक भी लिया गया। इस दौरान बैठक में मौजूद एक बड़े नेता ने गठबंधन को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
मोदी सरकार पर बोला हमला :
बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा कि मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल में दलितों के साथ होने का केवल दिखावा किया है। पीएम नरेंद्र मोदी भले ही मन की बात में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का जिक्र करते हैं लेकिन उनकी मानसिकता बाबा साहेब की विचारधारा के बिल्कुल विपरीत है। यही वजह है कि बीते कई समय से बीजेपी-आरएसएस सत्ता से दूर रहे हैं। बसपा विधायक विनय तिवारी ने बताया कि मायावती ने गठबंधन को लेकर जो बात कही थी, आज फिर उसी को दोहराया है। हमें अभी से ही चुनाव की तैयारियों में लगने को कहा गया है।
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35 सीटों पर उतार सकती हैं कैंडिडेट
लखनऊ में आयोजित पार्टी के बैठक में पहुंचें बसपा विधायक राजभर के मुताबिक, मायावती दिल्ली दौरे में उन सभी नेताओं से मुलाकात करेंगी जो गठबंधन में आना चाहते हैं। एक बसपा नेता के अनुसार, बहुजन समाज पार्टी 2019 में 35 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। ये वो सीटें होंगी, जहां दलित आबादी ज्यादा है और जहाँ पर बसपा की स्थिति काफी मजबूत है। देखना है कि क्या सपा-बसपा का गठबंधन मोदी लहर को रोकने में कामयाब हो पाता है।