उत्तर प्रदेश में सात चरणों में आगामी विधानसभा चुनाव 2017 का मदान होना है. बता दें की 2017 विधानसभा चुनाव का मतदान 11 फ़रवरी से शुरू होगे जो की 8 मार्च तक चलेगा.ऐसे में मीडिया में सुर्खियां बटोर रही सपा-कांग्रेस की गठबंधन जोड़ी बहुजन समाज पार्टी को चर्चा का विषय नहीं बनने दे रही है. राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो बसपा चुनाव में कमजोर हो गयी है.एक तरफ जहाँ अन्य पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा तक नही की है वही बसपा ने अपने सभी प्रत्याशियों की सूची जारी कर उसने अपनी चुनाव की रणनीति तैयार कर ली है. जिससे बसपा को अब और अधिक प्रचार करने का मौका मिल जायेगा.
बसपा को लेना पड़ रहा सोशल मिडिया का सहारा
- आगामी चुनाव को लेकर मीडिया जगत में सुर्खियां बटोर रही सपा-कांग्रेस की जोड़ी के चलते बसपा को थोडा नुकसान उठाना पड़ रहा है.
- ऐसे में मीडिया में सुर्खियां ना मिलने पर बसपा को सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ रहा है.
- गौरतलब हो कि बसपा को लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिली थी.
- जिसके बाद उसने अब सोशल मीडिया की जरुरत को समझ लिया है.
- इसी कदम में बसपा कि सोशल मीडिया कि कमान सतीश मिश्र के दामाद परेश मिश्र को दे दी गई है.
- गौरलतब हो कि बीजेपी ने अभी तक अपना मुख्यमंत्री का चेहरा नही घोषित किया है.
- इस बात का सीधा फ़ायदा बसपा को मिल सकता है.
- गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में जहाँ पहले से ही सपा कांग्रेस के गठबंधन से माहौल गर्म था.
- वहीँ बसपा सुप्रीमों मायावती ने अपनी कांफ्रेंस में साफ़ कर दिया था की वो इस चुनाव में किसी के साथ गठबंधन नही करेंगी.