बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने भाजपा के साथ गंठबंधन की संभावनाओं को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि अब बसपा किसी भी कीमत पर भाजपा के साथ सरकार नहीं बनायेगी। नसीमुद्दीन ने आज लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेस करके सपा और भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सपा और भाजपा को एक ही सिक्के का दो पहलू करार दिया। नसीमुद्दीन ने आरोप लगाया कि भाजपा और सपा ने मिलकर उत्तर प्रदेश में 400 दंगे कराएं है। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां पर्दे के पीछे आपस में मिली हुई हैं। ये लोग लाशों के ढेर पर राजनीति कर रहें हैं।
- सपा के लोग किसी मुस्लिम को मंच पर स्थान नही देते हैं।
- सपा का जन्म जनसंघ की मदद से हुआ है।
- कल्याण सिंह और मुलायम सिंह के मिलाप को कोई नहीं भूला है।
- भाजपा और सपा में आंतरिक गठबंधन पहले से ही है।
- मुलायम के परिवार में मांगलिक कार्यक्रम होते हैं तो सैफई से लेकर दिल्ली तक के भाजपा के नेता मौजूद रहते हैं।
- नसीमुद्दीन ने आरोप लगाया कि बिहार में महागठबंधन बनाने वाले मुलायम सिंह ने भाजपा से सांठगांठ के चलते ही खुद को अलग कर लिया था।
- उन्होंने कहा कि जब-जब सपा की सरकार रही है, तब-तब भाजपा मजबूत हुई है।
- सपा की ही मेहरबानी थी कि जो भाजपा 1989 से पहले दो सांसदों तक सिमटी थी, उसके बाद में 89 सांसद हो गए।
सांप्रदायिक धुवीकरण की राजनीतिः
- बसपा महासचिव ने सपा पर मुसलिम नेताओं की उपेक्षा का भी आरोप लगाया।
- सपा यह दुष्प्रचार कर रही है कि बसपा और भाजपा मिलकर चुनाव लड़ंगे।
- सपा इस बयान के जरिये मुसलिम मतों का बंटवारा कराना चाहती है।
- नसीमुद्दीन ने सपा सरकार के कार्यकाल में मुसलमानों की उपेक्षा होने का भी आरोप लगाया।
- उन्होंने कहा कि दोनों पार्टी पर्दे के पीछे मिलकर सांप्रदायिक धुवीकरण की राजनीति करती आ रहीं है।
- अब मुसलमान सब कुछ समझ गया है।
- उत्तर प्रदेश का मुसलमान सांप्रदायिक ताकतों के खात्मे के लिए बहुजन समाज पार्टी के साथ खड़ा है।