बसपा सुप्रीमो के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के बाद दयाशंकर सिंह को बर्खास्त करने भर से बीजेपी की मुश्किलें ख़त्म होती नहीं दिख रही हैं। बसपा के हजारों कार्यकर्ता लखनऊ की सड़कों पर उतर आये हैं और दयाशंकर सिंह और बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं।
राजधानी में इस विरोध प्रदर्शन के लिए बसपा आलाकमान ने अपने सारे विधायकों और पदाधिकारियों को सूचित करके बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी कल से ही शुरू कर दी थी। हजारों की संख्या में लखनऊ के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन का दौर जारी है और बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह के खिलाफ लोगों का गुस्सा कम नहीं हो रहा है।
बीएसपी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर दयाशंकर सिंह ने मायावती के खिलाफ अपशब्द का इस्तेमाल किया। बीएसपी सांसद और मायावती के सलाहकार सतीशचंद्र मिश्र ने कहा कि वो इस मामले को अदालत में लेकर जाएंगे।
जबकि बसपा नेता मेवालाल ने लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में इस बयान के लिए दयाशंकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी। गुरुवार को बीजेपी दलितों के मुद्दे पर अपने नेता के बयान के बाद बैकफुट पर आ गई। इस मामले में राज्यसभा में पूरा विपक्ष मायावती के साथ में सरकार के खिलाफ एकजुट हो गया, जिसके बाद अरुण जेटली ने भी बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह की टिप्पणी पर व्यक्त किया।
बता दें कि कल दयाशंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो पर टिकट बेचने को लेकर टिप्पणी की थी और उनको वेश्या से भी बदतर बताया था। इस घटना के बाद मायावती ने राज्यसभा में बीजेपी को खरी-खोटी सुनाई और कहा कि एक ये बीजेपी नेता की हताशा को दर्शाता है।