बहुजन समाज पार्टी से बगावत करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य और आर के चौधरी ने मायावती की मुश्किलें बढ़ा दी है। 26 जुलाई को पूर्व मंत्री और बसपा के बागी नेता आरके चौधरी लखनऊ में अपनी शक्ति के प्रदर्शन में रैली करने जा रहे हैं। वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य ने उत्तर प्रदेश में हुए गालीकाण्ड पर बसपा सुप्रीमों को आड़े हाथ लिया।
- आरके चौधरी की इस रैली में जदयू के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल होंगे।
- चौधरी ने 26 जुलाई को छत्रपति शाहू जी महराज के जन्मदिवस के अवसर पर हो रही इस रैली के लिए व्यापक इंतजाम किये हैं।
- आरके चौधरी ने हताया कि उनके कार्यकर्ता इस रैली को लेकर काफी उत्साहित हैं।
- उन्होंने दावा किया है कि इस रैली में काफी भीड़ मौजूद रहने वाली है, और इसकी जिम्मेदारी भी कार्यकर्ताओं को सौंप दी गई है।
- उन्होंने बताया कि एक स्वर से सक्रिय कार्यकर्ताओं ने कहा कि अब बहुजन समाज पार्टी का विकल्प बनाने की आवश्यकता है।
गाली का जवाब गाली नही हो सकताः
- पिछले दिनों बहुजन लोकतांत्रिक मंच के नाम से नई पार्टी बनाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि दलितों की देवी बनना उनका दिखावा है।
- मौर्य ने कहा कि मायावती दलितों की देवी बनने का ढोंग कर रहीं हैं।
- उन्होंने कहा कि वास्तविकता यह है कि मायावती बैकफुट पर आईं है।
- मायावती की नाकामी को समझा जा सकता है कि उन्हें संसद छोड़कर लखनऊ आना पड़ रहा है।
- मौर्य ने बसपा सुप्रीमों पर हमला बोलते हुए कहा कि पांच साल तक मायावती को दलितों की याद नहीं आईँ।
- उन्होने कहा कि दलितों पर अत्याचार के वक्त वह चुप रहीं।
- लेकिन मायावती अपने खिलाफ की गयी टिप्पणी से धरने प्रदर्शन पर उतर आईं।
- मौर्य ने कहा कि गाली का जवाब गाली तो नहीं हो सकता है।
- मौर्य ने कहा कि जब दलितों पर अत्याचार हुएं तब उन्हें धरना और आंदोलन याद नहीं आया।
- मौर्य ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब दलितों की हत्याएं, बलात्कार हो रहे थे, तब वो कहां थीं?
- अगर वो दलितों के मुद्दे पर ये सब करती तो आज ये नौबत नहीं आती।
- उन्होंने कहा, ‘अगर वो दलितों के खिलाफ अपमान पर पहले धरना करती तो मैं बसपा नहीं छोड़ता।