2019 के लोकसभा चुनाव की सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। सपा और बसपा ने भी गठबंधन के बाद बीजेपी को रोकने की रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा बसपा भी अपनी तैयारियों में लगी हुई है। इस बीच बसपा से फिर एक और वरिष्ठ नेता की छुंट्टी कर दी गई। इस बार हाईकमान की गाज एकसाथ कई नेताओं पर गिरी है। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय मुखिया मायावती ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने व अनुशासनहीनता के आरोप में निष्कासित किया गया है।
4 नेताओं को किया बाहर :
2019 के लोकसभा चुनावों की बसपा सुप्रीमों मायावती ने धुआंधार तैयारी शुरू कर दी है। बसपा सुप्रीमो मायावती के खास रहे पूर्व मंत्री विनोद सिंह को पार्टी से बाहर फेंका और अब पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल और विरोधियों से मिलीभगत के चलते बसपा के काडर नेता और तीन बार के विधायक रहे भगेलूराम समेत 4 नेताओं को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखाया है। बसपा से निकाले गए चारो नेताओं पर पार्टी जिलाध्यक्ष डॉ ओमप्रकाश गौतम ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है। बसपा नेता श्याम लाल ने इनके निष्कासन पर कहा कि पूर्व विधायक भगेलूराम पार्टी के जमीनी नेता थे। वे पार्टी के शुरुआती दिनों के साथी थे। लेकिन जिस तरह से स्थानीय राजनीति के शिकार हुए, वह दुखद है और इसका अंजाम भी पार्टी को 2019 के लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
3 बार रह चुके हैं विधायक :
सुल्तानपुर की कादीपुर विधानसभा से तीन बार विधायक रहे भगेलूराम पहली बार वर्ष 1993 में सपा-बसपा गठबंधन में विधायक चुने गए थे। इसके बाद साल 2002 और 2007 में कादीपुर सुरक्षित से लगातार दो बार विधायक चुने गए। पूर्व विधायक भगेलूराम पार्टी में कई पदों पर रह चुके हैं। पूर्व विधायक भगेलूराम के साथ जिला प्रभारी राजमणि वर्मा, तिलकधारी और विनोद गौतम को पार्टी से निकाल दिया गया है। बसपा जिलाध्यक्ष डॉ ओम प्रकाश गौतम के मुताबिक, चारों नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। इन नेताओं को कई बार चेतावनी दी गयी लेकिन फिर भी कोई सुधार नहीं हुआ।