2019 के लोकसभा चुनावों की सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। संगठन को मजबूत करने के साथ ही सभी पार्टियां अपने बागी नेताओं पर कार्यवाई कर उन्हें पार्टी से भी निकाल रही है जिससे चुनाव के समय पार्टी में किसी प्रकार का कोई विवाद न हों जिसका नुकसान पार्टी को चुनाव में हो। इसी क्रम में बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमों मायावती ने अपनी पार्टी के 3 बड़े नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोपों पर पार्टी से निकाल दिया है। सपा के साथ गठबंधन के बाद मायावती काफी आक्रामक तेवर अख्तियार किये हुए हैं और पार्टी में सफाई अभियान पर लग गयी हैं।
3 बड़े नेता हुए बसपा से बाहर :
2019 के लोकसभा चुनावों के पहले बसपा सुप्रीमो मायवती ने सख्त तेवर दिखाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के तीन बड़े नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मायावती ने पूर्व बसपा सांसद कैसरजहां, पूर्व मंत्री रामहेत भारती व पूर्व विधायक जासमीर अंसारी को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इन तीनों नेताओं पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगा है। बसपा जिलाध्यक्ष विकास राजवंशी ने इसकी पुष्टि करते हुए मीडिया को इसकी जानकारी दी है। मायावती के इस बड़े कदम ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। मायावती के इन नेताओं को पार्टी से निकाले जाने के बाद इनके सपा में शामिल होने की चर्चाएँ होना शुरू हो गयी हैं। हालाँकि इनके सपा में जाने की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पार्टी में थे बड़ा नाम :
यूपी के हरगांव से 3 बार बसपा विधायक रहे पूर्व मंत्री रामहेत भारती को पार्टी में बड़ा नाम माना जाता था। वे 2002, 2007 और 2012 में बसपा के टिकट पर चुनाव जीते थे लेकिन 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में वे हार गए थे। इनके अलावा जासमीर अंसारी 2007 में लहरपुर से बसपा विधायक बने थे लेकिन उन्हें बीते चुनाव में भाजपा के सुनील वर्मा ने हरा दिया था। इसके साथ ही कैसरजहां सीतापुर लोकसभा सीट से सांसद रहीं हैं। वे लहरपुर नगर पालिका से वर्ष 2005 में अध्यक्ष चुनी गईं और 2009 के लोकसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर सांसद चुनी गईं। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के राजेश वर्मा से वह हार गई थीं।