विपक्ष द्वारा लगातार अवरोध उत्पन्न करने के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा आज से बजट सत्र की शुरुआत कर दी गयी है. जिसके तहत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा वहां मौजूद संयुक्त अधिवेशन को संबोधित किया गया. जिसपर बसपा सुप्रीमो द्वारा केंद्र सरकार को केंद्रित करते हुए पलटवार किया गया है.
राष्ट्रपति का संबोधन केंद्र सरकार की नीरसता का प्रतीक :
- इस वित्तीय वर्ष का बजट सत्र शुरू हो चुका है, जिसे राष्ट्रपति द्वारा संयुक्त अधिवेशन के संबोधन से शुरू किया गया.
- बता दें कि उनके इस भाषण में ज़्यादातर बातें केंद्र सरकार की उपलब्धियों को लेकर की गयी हैं.
- जिसपर बसपा सुप्रीमों मायावती द्वारा पलटवार किया गया है.
- आपको बता दें कि मायावती ने राष्ट्रपति के भाषण को केंद्र सरकार की नीरसता का प्रतीक बताया है.
- इसके अलावा केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उनकी विफलताओं को भी गिनाया हैं.
- इस बाबत मायावती ने एक प्रेस नोट भी जारी किया है जिसमे उन्होंने साफ़-साफ़ केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है.
- जिसके तहत उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार गरीब तबके के लोगों, मेहनतकश लोगों व बेरोज़गारों को नयी उम्मीद दिलाने में विफल रही है.
- इसके अलावा उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का संबोधन मात्र केंद्र सरकार की नीति व कार्यक्रमों के दस्तावेज़ होते हैं.
बसपा सुप्रीमो ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के ससंद भवन में दिये गये भाषण पर जारी किया प्रेस नोट! @BSP4India @BspUp2017 pic.twitter.com/CWHDc8dLjn
— UttarPradesh . Org (@WeUttarPradesh) January 31, 2017
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