उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम योगी ने प्रदेश ने हर प्रकार का अपराध, गुंडागर्दी और अराजकता का सफाया करने का संकल्प लिया और सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को ईमानदारी पूर्वक काम करने की शपथ भी दिलाई थी. लेकिन राजधानी से दूर बुलंदशहर में हुई वारदात पुलिस के क्रियाकलापों पर सवाल उठा रही है.
शाम को मवेशियों को चारा खिलाने जा रही थी युवती:
बुलंदशहर के तहसील जहांगीराबाद गाँव कटियावली के एक परिवार ने अपने ही गांव के चारों लोगों पर आरोप लगाया कि उनके परिवार की एक युवती जब 14 मार्च की शाम 7.30 बजे अपने मवेशियों को चारा खिलाने जा रही थी तभी उस गांव के कुछ युवकों ने लड़की को घेर लिया और उसके साथ बलात्कार की कोशिश की. लड़की द्वारा चिल्लाने पर जब लड़की का भाई मौके पर पहुंचकर उन लड़कों से अपनी बहन को छुड़ाने लगा तो उन लोगों ने उसे बुरी तरह मार-पीटकर अधमरा कर दिया, चाकू से हमला कर उन लोगों ने भाई की ऊँगली भी काट दी.
घर पर हमला कर की लूटपाट पर जला दी बाइक:
पीड़ित परिवार के अनुसार, आरोपियों ने अपने साथियों के साथ उनके घर पर धावा बोलकर सभी को बुरी तरह मारा। घर के सदस्यों का हाथ-पैर तोड़ दिया जबकि कुछ का सिर भी फोड़ दिया। इसके अलावा घर का सामान उठा ले गए और एक बाइक को जलाकर राख कर दिया। परिवार का आरोप है कि युवती के पिता ने जब इस घटना के बारे में पुलिस को बताया को एसएचओ ने पीड़िता के पिता को ही एक रात हवालात में डालकर पिटाई की और मामला दर्ज ना कराने का दबाव बनाया.
SHO द्वारा केस दर्ज ना करने को लेकर बनाया जा रहा था दबाव:
पीड़ित पक्ष के वकील रणवीर सिंह के अनुसार, 14 मार्च की घटना का मुकदमा 18 मार्च को दर्ज हुआ। जहांगीराबाद थाना प्रभारी श्यामवीर सिंह मुकदमा दर्ज करने को तैयार नहीं थे तब एसएसपी सोनिया सिंह के हस्तक्षेप के बाद धारा 376, एसएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस भी उन आरोपियों से मिली हुई है। पीड़ित परिवार ने पूरे प्रकरण में SHO के एक्शन को संदिग्घ बताया है और कहा है कि पुलिस मामले को कमजोर करने में लगी हुई है.
मारपीट के आरोपी गिरफ्त में, बलात्कार के आरोपी घूम रहे बाहर:
पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपियों के परिजन धमकाते रहते हैं. सभी का ईलाज मेरठ के हॉस्पिटल में चल रहा है, जबकि गंभीर रूप से घायल युवती के भाई राजा को दिल्ली रेफर कर दिया गया है. परिवार के बयान के अनुसार, राजा पर कई बार चाकू से हमला किया गया था और ऊँगली काट दी गई थी.
पीड़िता के भाई अशोक से हुई बातचीत के अनुसार इस मामले में पुलिस ने घर में घुसकर मारपीट करने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि बलात्कार की कोशिश करने वाले आरोपी अभी बाहर है और पुलिस उनपर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
पीड़ित परिवार ने मेडिकल रिपोर्ट पर जताई आपत्ति:
पीड़िता के बड़े भाई अशोक का कहना है कि उसकी बहन के साथ बलात्कार हुआ है लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में ऐसा नही दिखाया गया है, जिसको लेकर उन्हें सन्देह है कि रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की गई है। वहीँ पीड़ित परिवार सुरक्षा को लेकर भी डरा हुआ है और परिवार का कहना है कि आरोपी के परिजनों द्वारा मिल रही धमकी के बाद गाँव जाने में डर लग रहा है .