मोदी कैबिनेट का मंगलवार को विस्तार हो गया है। इस विस्तार में यूपी में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव को देखते हुए यूपी से 3 सांसदों को कैबिनेट में जगह दी गई। इस विस्तार में सबसे अहम नाम मिर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल का रहा। कुर्मी बिरादरी में खासा प्रभाव रखने वाले अपना दल के संस्थापक दिवंगत सोनेलाल पटेल की बेटी अनुप्रिया पटेल ने विगत दो जुलाई को एक बड़ी रैली कर अपनी ताकत दिखाई थी। इस रैली को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी संबोधित किया था।
अनुप्रिया पटेल इस समय मिर्जापुर से सांसद हैं। अनुप्रिया इससे पहले 2012 में वाराणसी संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली विधानसभा सीट रोहनियां से विधायक चुनी गई थीं।
अनुप्रिया की कुर्मी वोटों पर अच्छी पकड़ है। साथ ही उनके मंत्री बनने से पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को भी मजबूती मिलेगी। मालूम हो कि 35 वर्षीय अनुप्रिया कैबिनेट में सबसे युवा मंत्री हैं।
अनुप्रिया पटेल अपना दल का विकासवादी चेहराः
अनुप्रिया पटेल का जन्म कानपुर में 28 अप्रैल 1981 को हुआ था।
अनुप्रिया पटेल ने लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर वुमेन एमिटी विश्वविद्यालय और कानपुर विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की है। उन्होंने मास्टर इन बिजनेस मैनेजमेंट की डिग्री भी हासिल की।
उन्होंने मनोविज्ञान में परास्नातक डिग्री हासिल की है। उन्होंने एमबीए कर एमिटी विश्वविद्यालय में पढ़ाया भी है।
साल 2009 में उनकी शादी इंजीनियर आशीष सिंह से हुई थी। शादी के ठीक 12 दिन बाद पिता डॉ सोनेलाल पटेल की अक्टूबर 2009 में सड़क हादसे में मौत हो गई थी।
इसके बाद अनुप्रिया पॉलिटिक्स में आईं और अपना दल की महासचिव बनीं।
2014 में रोहनियां विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में टिकट को लेकर मां से हुए विवाद के बाद अनुप्रिया पटेल और उनके कुछ समर्थकों को कृष्णा पटेल ने अपना दल से निष्कासित कर दिया।
अनुप्रिया को अपना दल का विकासवादी चेहरा माना जाता है, इस लिहाज से उन्हें मंत्री बनाकर पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के पटेलों को साधने की कोशिश की है।