बिहार के मुजफ्फरपुर की तरह देवरिया जिला मुख्यालय स्थित बालिका गृह से सेक्स रैकेट संचालित होने का मामला प्रकाश में आने के बाद शासन गंभीर हो गया है। देवरिया बालिका गृह कांड के बाद पूरे प्रदेश के बाल संरक्षण गृहों में ताबड़तोड़ छापेमारी हो रही है. पूरे प्रदेश सहित राजधानी के भी सारे बाल गृहों पर छापेमारी का सिलसिला शुरू हो चुका है. राजधानी के अब तक 5 बाल गृहों के छापेमारी की खबर आ चुकी है.
किन- किन जगहों पर हुई छापेमारी?
महानगर में स्थित श्रीराम औद्योगिक अनाथालय में छापा मारा गया. पुलिस की टीम ने यहाँ पहुँच कर बच्चियों की जानकारी ली, उनसे पूछताछ की.
आलमबाग के स्नेहालय शेल्टर होम में कल रात करीब साढ़े 10 बजे पुलिस की एक टीम ने छापा मारा.
इसके अलावा 10:30 और 11:30 के बीच 3 और जगहों पर छापेमारी हुई. मोहनलाल गंज के डॉन बोस्को आशालयम में, शिया यतीम खाना और मोतीनगर के बालिका होम्स में भी छापा मारा गया.
सिटी मजिस्ट्रेट ने खुद इन बाल संरक्षण गृहों का निरिक्षण किया.
देवरिया बालिका गृह कांड:
मालूम हो कि मां विंध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं समाज सेवा संस्थान द्वारा संचालित बाल गृह बालिका, बाल गृह शिशु, विशेषज्ञ दत्तक ग्रहण अभिकरण एवं स्वाधार गृह देवरिया की मान्यता को शासन ने स्थगित किया हुआ है। इसके बाद भी संस्था में बालिकाएं, शिशु व महिलाओं को रखा जा रहा था।
रविवार को बालिका गृह से बेतिया बिहार की रहने वाली एक बालिका प्रताड़ना के चलते भाग निकली और पूरे प्रकरण का खुलासा हो गया।
जब बच्चियों को संस्थान से मुक्त कराया गया तब रजिस्टर में 42 बच्चो का नाम दर्ज था पर केवल 23 ही मिलीं. जिसमें से 3 लड़के और 20 महिलाएं एवं बच्चियां थीं. 19 बच्चो की तलाश अब भी जारी है.