आबकारी सिपाही तथा समीक्षा अधिकारी पेपर लीक मामलों में सीबी-सीआईडी के विवेचक ओम प्रकाश सिंह सीधे-सीधे अभियुक्त के साथ मिलकर सूचनादाता आलोक कुमार को धमकी देते नज़र आते हैं। इसका ऑडिओ सामने आने के बाद विवेचक की मुश्किल बढ़ती दिखाई दे रही है। इस घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुए आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने डीजी सीबीसीआईडी वीरेंद्र कुमार को तत्काल विवेचक बदलते हुए मौजूदा विवेचक के खिलाफ कार्यवाही का अनुरोध किया है।
आलोक ने 27 नवम्बर 2016 को उत्तर प्रदेश संघ लोक सेवा आयोग द्वारा कराई गयी समीक्षा अधिकारी की प्रारम्भिक परीक्षा की द्वितीय पाली के पेपर लीक के मामले में उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से व्हाट्सएप से आये हिंदी पेपर के सम्बन्ध में आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर से संपर्क कर उन्हें सूचना दी थी। मामले में कोर्ट के आदेश पर थाना हजरतगंज पर मुक़दमा दर्ज किया गया था। जिसकी विवेचना अमिताभ के अनुरोध पर 17 मार्च 2017 को सीबी-सीआईडी को दी गयी थी।
हाल में इस मामले के अभियुक्त शिवनाथ ने आलोक के मोबाइल नंबर पर संपर्क कर उसे जेल जाने की धमकी दी। आलोक ने जब विवेचक से संपर्क किया तो उन्होंने भी नाराजगी के स्वर में आलोक से कहा कि “तुम्ही न ढेर जा कर उसके यहाँ वो नाटक कर दिए, अमिताभ ठाकुर के यहाँ कौन गया था”, नहीं तो मामला दब जाता क्योंकि बाकी सब लोगों ने अपने बयान बदल लिए हैं।
यह है पूरा मामला
25 सितम्बर 2016 को उ०प्र० अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा कराई गयी। आबकारी सिपाही परीक्षा के दूसरे सत्र के पेपर लीक की शिकायत होने पर अमिताभ ने इस सम्बन्ध में थाना विभूतिखंड पर प्रार्थनापत्र दिया था। इसी प्रकार 27 नवम्बर 2016 को उत्तर प्रदेश संघ लोक सेवा आयोग द्वारा कराई गयी समीक्षा अधिकारी की प्रारम्भिक परीक्षा की द्वितीय पाली के पेपर लीक की शिकायत पर उन्होंने थाना हजरतगंज पर शिकायत दी थी। दोनों मामलों में थाने पर मुक़दमा दर्ज नहीं होने पर उन्होंने कोर्ट में गुहार लगायी थी और सीजेएम संध्या श्रीवास्तव के आदेशों पर मुक़दमा दर्ज किया गया था। अमिताभ के पत्र पर पूर्व डीजीपी जावीद अहमद ने इन मामलों की जाँच सीबी-सीआईडी से कराने की संस्तुति की थी। जिस पर 17 मार्च 2017 को विवेचना सीबी-सीआईडी को दी गयी थी।