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आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी मौत से पहले राजभवन के सामने स्थित आर्यन रेस्टोरेंट में गए थे। रेस्टोरेंट में वह रात के 8:57 बजे अपने साथी के साथ घुसे और पढ़ने के लिए मैगजीन ली। इसके बाद वह रेस्टोरेंट के अंदर चले गए। आर्यन रेस्टोरेंट का यह सीसीटीवी फुटेज uttarpradesh.org के हाथ लगा है।

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देखिये मौत से पहले का सीसीटीवी:

https://youtu.be/ju_L6jvsawQ

क्या है पूरा घटनाक्रम?

  • गौरतलब है कि आईएएस अनुराग तिवारी लखनऊ विकास प्राधिकरण के वीसी के साथ उनके 19 नंबर कमरे में मीराबाई मार्ग गेस्ट हॉउस में रुके थे।
  • बुधवार सुबह करीब 6:30 बजे उनका शव मीराबाई मार्ग पर गेस्टहाऊस के निकट लगे ट्रांसफार्मर के सामने सड़क किनारे औंधे मुंह पड़ा मिला।
  • राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
  • सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
  • पुलिस को उनकी तलाशी के दौरान जेब से पर्स और पैसे मिले हैं।
  • पुलिस ने जेब से मिले आईकार्ड के आधार पर उनकी शिनाख्त की।
  • प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो मृतक अधिकारी के मुंह और सिर पर चोट के निशान थे।
  • आईएएस अधिकारी का शव मिलने की सूचना मिलते ही आईजी रेंज लखनऊ जय नारायण सिंह, एसएसपी दीपक कुमार सहित कई आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।
  • एसएसपी ने बताया प्रारंभिक पड़ताल में यह सामने आया है कि उन्होंने मंगलवार की रात करीब 11 बजे अपने साथियों के साथ खाना खाया।
  • आशंका है कि वह सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले होंगे और उनकी सड़क पर गिरने से मौत हो गई थी।
  • पूछताछ में पता चला है कि वह मंसूरी में ट्रेनिंग लेने के बाद दो दिन पहले लखनऊ आये थे। फिलहाल मौत की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ पाई है।

कर्मचारियों ने जीवित देखने से किया इंकार

  • पुलिस की पूछताछ में गेस्टहाउस के कर्मचारियों ने उन्हें गेस्टहाउस में जिंदा देखने से इंकार किया है।
  • पूछताछ के दौरान पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात 10:00 बजे से बुधवार सुबह 6:00 बजे तक मीराबाई मार्ग स्थित स्टेट गेस्ट हाउस के कनिष्ठ सहायक जितेंद्र वर्मा और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कृष्णा चतुर्वेदी ड्यूटी पर थे।
  • जितेंद्र ने बताया कि वह मंगलवार रात 10:10 बजे राज्य गेस्ट हाउस ड्यूटी करने पहुंचा और बुधवार 7:00 बजे वहां से निकला।
  • ड्यूटी पर आने के बाद उसने एलडीए वीसी पीएन सिंह और आईएएस अनुराग तिवारी को गेस्ट हाउस आते नहीं देखा।
  • सुबह 6:45 बजे एलडीए वीसी नीचे आए और कमरे की चाभियां देकर बैडमिंटन खेलने चले गए।
  • इससे पहले सुबह 5:00 बजे एसपी सिंह बघेल गेस्ट हाउस से मॉर्निंग वॉक पर निकले थे और 6:45 बजे लौटे।
  • यानी अनुराग तिवारी सुबह 5:00 बजे से पहले ही गेस्ट हाउस से निकल चुके थे।
  • दोनों कर्मचारियों के बयान ने पूरे मामले को और भी रहस्यमय बना दिया है।
  • जितेंद्र के बयान के दो मायने निकाले जा रहे हैं।
  • पहला यह कि उसने ड्यूटी पर आने से पहले ही दोनों गेस्ट हाउस आ चुके थे और देर रात सुबह 5:00 बजे के बीच किस वक्त IAS अधिकारी अनुराग तिवारी गेस्ट हाउस से निकले जिसका कर्मचारियों को पता नहीं चला।
  • दूसरी आशंका यह भी है कि आईएएस अधिकारी रात को गेस्ट हाउस आए ही नहीं।
  • हालांकि उनका मोबाइल फोन गेस्ट हॉउस के कमरे में ही चार्जिंग पर लगा होने से पुलिस इस आशंका से सहमत नहीं है।
  • पुलिस ने जितेंद्र के साथ नाइट ड्यूटी पर उपस्थित कृष्णा चतुर्वेदी और बुधवार सुबह 7:00 बजे से ड्यूटी पर आए वरिष्ठ स्वागती आरिफ हुसैन व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजनारायण से भी पूछताछ की।
  • एसआईटी के प्रभारी सीओ हजरतगंज अवनीश कुमार मिश्रा ने बताया कि मंगलवार रात एलडीए वीसी और आईएएस अनुराग तिवारी जिस राजभवन के सामने आर्यन रेस्टोरेंट में डिनर करने गए थे।
  • वहां के सीसीटीवी निकलवा कर छानबीन कर की जा रही है।
  • रात करीब 8:30 बजे से 10:00 बजे तक अधिकारी रेस्टोरेंट में मौजूद रहे?
  • इस दौरान आईएएस अफसर ने कैसे कपड़े पहने थे?
  • उनके पास कितने मोबाईल फोन थे इसका ब्यौरा जुटाया जा रहा है।

पुलिस के पास नहीं हैं पुख्ता सबूत

  • आईएएस अधिकारी की मौत के मामले में पुलिस ने जल्दबाजी कर दी।
  • इसके चक्कर में घटना स्थल से कई अहम सबूत मिट गए।
  • पुलिस के पास घटना स्थल का कोई वीडियो और फोटो नहीं है जिसमें आईएएस मूल स्थिति में हो।
  • पुलिस अब मीडियाकर्मियों से संपर्क कर तस्वीरें तलाश रही है।
  • बताया जा रहा कि पुलिस के पास केवल एक ही फोटो है इसमें वह पीठ के बल सड़क पर पड़े हैं।
  • जबकि प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक वह सड़क पर औंधे मुंह पड़े थे।
  • उनका शव किस स्थिति में था?
  • चेहरा हाथ-पैर किस दिशा और दशा में थे?
  • चप्पल या जूते पहने थे अगर चप्पल पहने थे तो शव से कितनी दूर थी?
  • बताया जा रहा है कि आईएएस का शव औंधे मुंह पड़ा था।
  • सिर का आधा हिस्सा बाएं हाथ पर था।
  • मौके पर सबसे पहले गए सिपाहियों की मानें तो आईएएस का बायां हाथ उनके सिर के आगे तक सीधी अवस्था में था।
  • सिर कंधे से कोहनी के बीच टिका हुआ था।
  • कनपटी कंधे पर थी नाक और मुंह सड़क को छू रहे थे।
  • वैसे यह स्थिति बेड पर पेट के बल लेटने के दौरान होती है।
  • लोगों का मानना है कि आईएएस की मौत गिरने से नहीं लग रही है बल्कि उनकी हत्या कर शव फेंका गया है।

…तो क्या कहीं बाहर से हत्या करके फेंका गया था IAS अनुराग तिवारी का शव!

तो क्या IAS अनुराग की मौत रात में ही हुई? सवाल कई, मगर जवाब लापता!

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