मेट्रोमैन के नाम से मशहूर ई श्रीधरन बुधवार को लखनऊ मेट्रो के कामकाज की समीक्षा के लिए राजधानी पहुंचे। कार्य प्रगति की समीक्षा के बाद उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हमारे लिए मेट्रो का काम चुनौती भरा होने वाला है, क्योकि जहां एक और हमें मेट्रो की गुणवत्ता और यात्री सुविधाओं का ध्यान रखना होगा। वहीं, दूसरी तरफ हमें अपने काम की स्पीड भी बढ़ामी होगी जिससे हम निर्धारित समय में काम पूरा कर सकें।
- इस दौरान ई श्रीधरन ने बताया कि हर मेट्रो स्टेशन पर 52 सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएगें। इसके साथ ही पूरे स्टेशन परिसर पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखी जाएगी।
- मेट्रो मैन ने बताया कि लखनऊ मेट्रो में लिफ्ट के साथ एक्सलेटर की सुविधा दी जा रही है। इस प्रोजेक्ट के दूसरे फेज में ईस्ट-वेस्ट कोरिडोर की डीपीआर राज्य सरकार को जल्द ही सौंपी जाएगी।
- उन्होने बताया कि इस रूट का अधिकांश भाग भूमिगत होगा, जबकि पहले बनी डीपीआर की तुलना में मौजूदा समय में इसमें काफी बदलाव हो चुके हैं।
- जिसके बाद भूमिगत इस फेज की नए सिरे से डीपीआर तैयार की जा रही है। अब मेट्रो में नए सिरे से सर्वे कर डीपीआर को फाइनल करने का काम चल रहा है।
- इस दौरान उन्होने ने बताया कि अगले दो महीनों में राज्य सरकार के समक्ष डीपीआर का प्रस्तुतीकरण करके फिर केंद्र सरकार को इसकी मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
- केंद्र सरकार से एप्रूवल मिलने के बाद इस क्षेत्र में काम शुरू कर दिया जाएगा।
- मेट्रो मैन ने बताया कि भूमिगत स्टेशन में दो लेवल पर स्टेशन बनाए जाएगें, नीचे का लेवल प्लेटफार्म से जुड़ेगा, जबकि कॉन्कर्स पर पेड और अनपेड एरिया होंगे।
- उन्होंने बताया कि अमौसी से एयरपोर्ट तक मेट्रो के भूमिगत रूट के लिए एक महीने में टेंडर होंगे। जबकि, तीन महीने में काम पूरा हो जाएगा।
- श्रीधरन ने बताया कि एयरपोर्ट परिसर के पास बनने वाले मेट्रो स्टेशन की सुरक्षा भी एयरपोर्ट के जैसी ही रहेगी।