हापुड़ के सिटी कोतवाली क्षेत्र का गांव सरावा एक बार फिर चर्चाओं में है। इस गांव की दलित बस्ती निवासी एक व्यक्ति ने बताया कि करीब आधा दर्जन परिवारों पर ईसाई धर्म अपनाने का आरोप लगाया जा रहा है, जिसका मोहल्ले के दूसरे लोग विरोध कर रहे हैं.
आधा दर्जन परिवारों पर धर्म परिवर्तन का आरोप:
गाँव के लोगों ने ईसाई धर्म अपनाने वाले परिवारों के बहिष्कार का ऐलान किया है. कुल मिलाकर गांव में तनाव की स्थिति है.
बता दें कि गांव सरावा की दलित बस्ती में करीब आधा दर्जन परिवार पिछले कुछ महीनों से सप्ताह में एक दिन प्रार्थना करते हैं.
इस दौरान बाहर से भी कुछ लोग आते हैं, जो सत्संग के नाम पर इन लोगों को उपदेश देते हैं ।
जिनपर लगा आरोप उन्होंने धर्म परिवर्तन से किया इनकार:
वहीं इनपर आरोप लगा है उनमें से एक व्यक्ति ने इस बात से इनकार करते हुए कहा कि हमने कोई धर्म परिवर्तन नही किया है.
बता दें कि कई माह से यह सिलसिला चल रहा है लेकिन कुछ दिन पहले इन परिवारों ने अपने घर के बाहर क्रास का निशान बना लिया तो मोहल्ले में हंगामा मच गया.
मोहल्ले वालों ने किया बहिष्कार:
मोहल्ले के लोगों ने इन लोगों का बहिष्कार करते हुए इन्हें अपने सार्वजनिक स्थानों का प्रयोग करने पर रोक लगा दी है.
इन लोगों का मोहल्ले के लोगों से कोई लेना देना नहीं रह जायेगा.
इस स्थिति के चलते मोहल्ले में तनाव व्याप्त है हालांकि रविवार को जब मीडिया मोहल्ले में पहुंची तो पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन मौजूद दरोगा ने मामले को दबाने का प्रयास किया.
पुलिस ने भी किया धर्म परिवर्तन की बात से इनकार:
दरोगा का कहना था कि वे तो सामान्य गस्त पर हैं. पुलिस का कहना है कि गांव में टीम भेजकर जांच कराई गयी है.
धर्म परिवर्तन का कोई मामला नहीं है.
उधर, जिन परिवारों पर धर्म परिवर्तन का आरोप है, उनका कहना है कि वे सिर्फ शांति के लिए सत्संग करते हैं.
उन्होंने धर्म परिवर्तन नहीं किया है, लेकिन कैमरे पर कुछ नही बताने को तैयार है ।
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