कारगिल विजय दिवस की 19वीं वर्षगांठ जहां एक तरफ पूरे देश ने धूमधाम से मनाई वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शहीदों की याद में बनाई गई कारगिल शहीद स्मृति वाटिका में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, महापौर संयुक्ता भाटिया, कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, आशुतोष टंडन, रीता बहुगुणा जोशी, मोहरिन रजा, डॉ. महेंद्र सिंह अनिल राजभर ने शहीदो की स्मृतियों पर पुष्प चक्र चढ़ाकर उनको याद किया इस अवसर पर भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का शुभारम्भ पीएसी बैंड की धुन पर हुआ। जिसके बाद मुख्य अतिथि ने वंदेमातरम के साथ शहीद परिवार का सम्मान किया। इस दौरान महापौर ने शहीद परिवार के परिजनों का विशेष सम्मान तथा परिचय के साथ अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम में शहीद सैनिकों के परिजन और भूतपूर्व सैनिक भी मौजूद रहे। जिन्हें राज्यपाल सम्मानित भी किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने स्कूली बच्चे देश भक्ति गीत प्रस्तुत कर रहे थे। तभी वहां अचानक आतंकवादियों ने हमला कर दिया। सैनिकों की भेष-भूषा में बच्चों ने अपनी बंदूके उठा ली और आतंकवादियों का डटकर सामना करने लगे। बम के हमले में सैनिक शहीद हो गए। इसके बाद हाथ में तिरंगा लेकर पहुंची भारत माँ ने झंडा फहराया तो स्मृति वाटिका तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी। लोगों ने बच्चो के हौसले और प्रतिभा को खूब सराहा। इसके बाद स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुतकर वहां पधारे हजारों की संख्या में लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
ताजा हो गईं शरहद की यादें
कारगिल दिवस की वर्षगांठ पर कई सारी यादें फिर से ताजा हो गई। सबसे ज्यादा रुलाने वाला वो पल था, जिसमें तिरंगा कफन बनकर बेटे पर चढ़ गया। कारगिल दिवस के मौके पर ये सारी बातें आंखों के सामने से ख्वाब की तरह गुजरती रहीं। शहीदों के परिवारवार के लोगों की आंखो से आंसू निकलते देख सबका वही हाल हो जा रहा था।
सीएम ने शहीदों को किया नमन
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कारगिल शहीद वाटिका में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के लिए मर- मिटने का विश्वास ऐसे कार्यक्रमों से ही पैदा होता है। देश के इतिहास को जिंदा रखने के लिए ही ऐसी वाटिकाएं बनती हैं और कार्यक्रम होते हैं। साथ ही अपनी बात में जोड़ते हुए नाईक ने ये भी कहा कि हम सभी भारतवासी शहीदों एवं उनके परिवारों के ऋणी हैं।
देशभक्ति के गीतों ने कार्यक्रम में भरा जोश
ऐ वतन के लोगों, रंग दे बसंती, ऐ वतन ऐ वतन, हमको तेरी कसम, देशभक्ति गीतों के साथ कारगिल युद्घ में शहीद हुए वीर जवानों को याद किया गया। शहीद स्मारक के पास कारगिल शहीद स्मृति वाटिका में अमीनाबाद इंटर कॉलेज एवं कश्मीरी गर्ल्स कॉलेज के छात्राओं ने वीर शहीदों को श्रद्घांजलि कार्यक्रम के दौरान यह गीत प्रस्तुत किए।
पीएसी के बैंड ने बांधा समां
सीएम के आगमन से पहले ही पीएसी की बैंड की धुन से निकले गीत सारे जहां से अच्छा, हिन्दुस्तां हमारा ने देशभक्ति का माहौल बना दिया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डॉ. दिनेश शर्मा ने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 तथा 1947 एवं कारगिल युद्ध के समस्त शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
शहीदों के परिजनों को किया गया सम्मानित
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कारगिल युद्घ में देश के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले शहीदों के परिजनों को मुख्यमंत्री ने शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इनमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद परम वीर चक्र विजेता मनोज पांडेय के भाई मनमोहन पांडेय को सम्मानित किया गया। रायफल मैन सुनील जंग के पिता नर नारायण जी को सम्मानित किया गया। मेजर रितेश शर्मा के पिता को सम्मानित किया गया। शहीद सूबेदार राम प्रसाद के परिजनों को सम्मानित किया गया। शहीद राजा सिंह की बहू को सम्मानित किया गया। काकोरी कांड में शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया। रोशन सिंह के परिवार से सुनीता सिंह को सम्मानित किया गया। शहीद राजेन्द्र यादव की पत्नी ललित देवी को सम्मानित किया गया। राम कृष्ण खत्री के पुत्र उदय खत्री को सम्मानित किया गया। अशफाक उल्लाह खान के पौत्र अशफाक उल्लाह को सम्मानित किया गया।
कारगिल विजय दिवस पर सबके झुके सिर
मुख्यमंत्री- कारगिल विजय दिवस पर सीएम योगी ने कहा कि मैं शहीदों को नमन करता हूँ। आज इस कार्यक्रम में भाग लेने पर मुझे प्रसन्नता महसूस हो रही है। सीएम योगी ने कहा कि कारगिल दिवस भारत के संम्मान का दिवस है। उन्होंने कहा कि मैं अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हर व्यक्ति यह जनता है कि कारगिल की स्थितियां भारत के प्रतिकूल थी, लेकिन साहस के साथ भारत माता के उन जवानों ने आज के दिन कारगिल युद्घ पर विजय प्राप्त किया था।
सीएम ने कहा कि आज के दिन हमारे देश के सैकड़ो जवान इस युद्ध मे शहीद हुए थे। मैं धन्यवाद दूँगा दिनेश शर्मा जी को की उन्होंने कारगिल शहीदों के लिए यह पार्क का निर्माण किया। हमें प्रयास करना चाहिए कि 17 नगर निगमों में शहीदों के नाम का पार्क होना चाहिए, जिससे आज की पीढ़ी वीर शहीदों के बारे में जान सके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सम्पति को कहीं नुकसान नहीं करना चाहिए, अगर हम इस अभियान के साथ जुड़ेंगे तो उसका असर भी दिखेगा।
डॉ. दिनेश शर्मा- उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि इस प्रांगण (कारगिल स्मृति वाटिका) में आना और कार्यक्रम से जोड़ना ये गौरव का विषय है। मैं सभी शहीदों और उनके परिजनों को नमन करता हूँ। जब हम उन वीर बलिदानियों को याद कर रहे हैं। इस अभियान से जुड़े उन तमाम लोगो का अभिनंदन करता हूँ। जिन्होंने आज सममान देने का काम किया है। आज हमारी सरकार ने शहीदों के परिवारों के साथ सिर्फ संवेदनाएं ही नहीं होनी चाहिए बल्कि उनका हर वर्ष सम्मन कार्यक्रम होना चाहिए। मैं सबको नमन करता हूँ।
सुरेश खन्ना- कारगिल विजय दिवस पर मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि आज के दिन हम उन शहीदों को नमन करते है जिन्होंने देश का मान बढ़ाया। हम सभी शहीदों के परिवार को भी नमन करते हैं। ये दिन हमें याद दिलाता है कि हमें देश के लिए हमेशा आगे बढ़ कर काम करें। किसी भी धर्म को मनाने वाले हो लेकिन हमेशा हमें दूसरों की ज़िंदगी को आसान बनाने का काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कारगिल में विपरीत परिस्थितियों में हमारे सैनिक रहे। उस विषम स्थिति में भी हमारे जीवन वहां रहते है और कारगिल में विजय पताका फहराई। आज उन्हीं को याद किया जाता है जो समाज और देश के लिए खुश रखते हैं।