राजधानी के विभिन्न थाना क्षेत्रों में आप चाय की दुकान और होटलों में नौनिहालों को जूठे बर्तन और चाय के गिलास धोते देखते होंगे। इन बच्चों के हाथ की चाय पीकर जिम्मेदार भी जाते होंगे लेकिन वो भी नजरें फेरकर चले जाते हैं। जिन हाथों में कलम और किताब होनी चाहिए वो बच्चे लोगों की जूठन साफ कर रहे हैं। इन बच्चों के घरवाले भी चंद पैसों के लालच में मासूमों से काम करवा रहे हैं।
पुलिसकर्मियों से मालिक ने की अभद्रता
ताजा मामला अलीगंज थाना क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि यहां नया हनुमान मंदिर के पास एक व्यक्ति टिफिन सेवा का कार्य करता है। टिफिन सेवा का ये कार्य वहीं एक किराये के मकान में किया जाता है। आरोप है कि ये व्यक्ति कई बच्चों से बंधक बनाकर काम करवाता है। मगलवार भी बच्चे जूठे टिफिन साफ कर रहे थे। इस दौरान किसी बात को लेकर युवक बच्चों को पीट रहा था। बच्चों के चीखने की आवाज सुनकर पड़ोसी ने पुलिस को सूचना दे दी।
सूचना पाकर मौके पर डॉयल 100 की गाड़ी पहुंची। पीआरवी 0493 पर तैनात कमांडर सुरेँद्र यादव और चालक रवि त्रिवेदी ने मालिक को हिरासत में लिया तो उसने पुलिसकर्मियों से अभद्रता की। इतना ही नहीं बताया ये भी जा रहा है कि आरोपी ने पुलिस टीम से हाथापाई भी की। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने बच्चों और उसके मालिक को साथ लिया और थाने लेकर गई। थाने में पुलिस पुलिस मामले की कार्रवाई कर रही है।
ठंडे बस्ते में पड़ गया चाइल्ड लाइन का अभियान
थाना प्रभारी अलीगंज ने बताया कि बच्चों को बंधक बनाकर टिफिन धुलवाने का काम करवाया जा रहा था। विरोध करने पर मालिक बच्चों की पिटाई करता था। पीड़ित बच्चे बहराइच जिला के रहने वाले हैं। उनके घरवालों को बुलाया गया है। पुलिस ने चाइल्ड लाइन को भी सूचना देकर मौके पर बुलाया है। हालांकि बच्चे घर जाने की बात कह रहे हैं। अब परिवार के आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।
इस घटना के बाद स्थानीय वकीलों ने भी हंगामा किया। बता दें कि मासूमों से काम करवाने का ये सिलसिला केवल अलीगंज में ही नहीं बल्कि पूरे शहर में धड़ल्ले से चल रहा है। चाइल्ड लाइन ने पिछले दिनों अभियान चलाकर कुछ बच्चों को बंधनमुक्त करवाया भी था। लेकिन ये अभियान कुछ दिन चलकर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।