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बुलंदशहर: बारूद के ढेर पर मासूमों से करवाई जाती है मज़दूरी

बुलंदशहर में दीवाली से पहले ना सिर्फ बारूद की मंडी लगती है बल्कि यहां छोटे छोटे मासूमों को बारूद पर बिठाकर उनसे मज़दूरी भी कराई जाती है.

बता दें कि बुलंदशहर के डिबाई थाना क्षेत्र के दानपुर के जंगलों में आतिशबाजी तैयार करने का कारोबार चलता है. डिबाई एसडीएम का दावा है कि इस कारोबार का 6 लोगों के पास लाइसेंस हैं.

बुलंदशहर में बारूद के ढेर पर बैठे मासूम:

मान लिया जाए कि अगर आतिशबाजी बनाने लाइसेंस इन लोगों को मिल भी चुका है तो क्या इन्हें बच्चों को बारूद के ढेर पर बिठाने का भी लाइसेंस मिल गया है?

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बुलंदशहर के डिबाई इलाके के दानपुर के जंगलों में चल रही बारूद की मंडी हैं, जहाँ बारूद के ढेर पर मासूम बैठे हुए दिख जाएंगे. जिनसे इतनी खतरनाक जगह पर मजदूरी करवाई जाती है.

जैसे ही दिवाली नज़दीक आ जाती है, बारूद का ये कारोबार इन जंगलों में फलने फूलने लगता है. दिन दोगुनी रात चौगुनी करने के चक्कर मे मंडी चलाने वाले आका भूल जाते हैं कि बारूद पर बैठे मासूम बच्चों की जान को यहां किस क़दर खतरा बना रहता है.

लेकिन नोटों के टुकड़े कमाने की भूख ने शायद इन आकाओं की आंखों में इन मासूमों की ज़िंदगी की शायद कोई कीमत नहीं छोड़ी है।

लाइसेंस होने पर भी बच्चों को इस कारोबार में रखने की अनुमति किसने दी?

वहीं इससे पहले भी जब मीडिया ने बारूद का कारोबार कर रहे इन माफ़ियाओं के कारनामे का खुलासा किया था, तब डीबाई एसडीएम् की नींद खुली थी और उन्होंने इस मामले में कार्रवाई करते ही इस मौत के कारोबार को बंद करा दिया गया था.

लेकिन अपनी कमर मज़बूत करने के लिए अब इन लोगों ने कारोबार का लीगल लाइसेंस लिया है लेकिन सवाल अभी भी अपनी जगह क़ायम है कि आखिर बारूद के इस कारोबार में बच्चों को रखने की अनुमति इन्हें किस विभाग से मिली है ?

पत्रकारों को दी जाती है धमकी: 

बारूद की इस मंडी में इन्हें किसी अधिकारी का तो शायद कोई डर नहीं, लेकिन इनके कारनामों का खुलासा करने वाले पत्रकारों से ये लोग किस क़दर नाराज़ है ये तो आप वीडियो में बारूद कारोबारी के मुहँ से सुन सकते है।

पत्रकार को खुल कर धमकी दी जाती है कि आगे इनके कारनामों को जग जाहिर किया तो ये पत्रकार की पिटाई कर देंगे क्योंकि इन्हें कोई खौफ नहीं कि इसका हश्र क्या होगा.

ज़िम्मेदार का क्या कहना:

डिबाई एसडीएम से पूरे प्रकरण पर बात की गई तो एसडीएम साहब बता रहे हैं कि इस मंडी में 6 लाइसेंस हैं. साथ ही दावा कर रहे हैं कि अगर यहां कोई भी नाबालिग पाया गया तो इन लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

एसडीएम साहब का दावा है कि गलत पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी, लेकिन जनाब अगर इन लोगों के खिलाफ प्रशासन ने पहले ही कोई सख्त कार्यवाही की होती तो इनके हौंसले इतने बुलंद ही ना हो पाते, क्योंकि यहां कल भी मासूमों की ज़िंदगी से खुला खिलवाड़ किया जा रहा था और आज भी।

अब देखने वाली बात ये होगी कि इन लोगों के खिलाफ कार्यवाही का दम भरने वाले डिबाई एसडीएम इन तस्वीरों को देखने के बाद क्या कार्यवाही करते हैं।

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