पतंगों की डोर से ज्यादा गर्दन रेत रहा बरेली का चाइनीज मांझा
चाइनीज मांझे का कहर, दो घायल
- मकर संक्रांति के पर्व पर जहां एक तरफ पूरे देश में पतंगबाजी करके लोग जश्न मना रहे हैं
- वहीं बाजार में बिकने वाला चाइनीज मांझा लोगों को मौत बांट रहा है
- सड़कों पर बाइक सवार लोग चाइनीज मांझा की चपेट में आकर घायल हो रहे हैं
- हालांकि प्रशासन ने पहले से ही चाइनीज मांझा पर रोक लगा रखी थी
- मगर फिर भी चोरी छिपे बिक रहा मांझा लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है।
लगातार चाइनीज मांझे पर रोके लगने के बाद भी सोमवार के दिन चाइनीज मांझा की चपेट में आने से अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 2 लोग घायल हो गए जिला चिकित्सालय में इलाज कराने आए घायल विजय तिवारी के परिजनों ने बताया कि जगतपुर थाना क्षेत्र के हरदी टीकर गांव में बाइक से जाते समय चाइनीज मांझा विजय तिवारी के गले में फस गया जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गए और उनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अमरेश सिंह (घायल के तीमारदार)
- चाइनीज मांझे से सुबह सदर कोतवाली क्षेत्र के सारस होटल चौराहे के पास स्थित ओवरब्रिज के ऊपर स्कूटी से जा रही एक निजी स्कूल की शिक्षिका भी घायल हो गयी जिसे इलाज के बाद छुट्टी दे दी गयी |
- जिला चिकित्सालय में तैनात ईएमओ सन्तोष सिंह ने बताया कि घायल मरीज के गले मे मांझे से कटकर गहरा घाव हो गया जिसकी वजह से इन्हें भर्ती किया गया, मरीज का इलाज जारी है।
-
इतनों की गर्दन काट चुका चाइनीज मांझा11 मार्च 2018 को गोमती नगर फन मॉल से गुजरते समय मवैया निवासी विजय लक्ष्मी गुप्ता के गले में चाइनीज मांझा लिपट गया। चाइनीज मांझे ने उनकी गर्दन को बुरी तरह काट दिया और उन्हें दस टांके लगे। इसी तरह पिछले दिनों टूढियागंज निवासी मिर्जा आरिफ अली आज भी उस पल को याद कर सिहर उठते हैं, जब नक्खास पुलिस चौकी के पास प्रतिबंधित मांझे ने उनके चेहरे को जख्मी कर दिया था। इसी तरह हुसैनगंज निवासी एमए का छात्र विभांशु त्रिपाठी भी डालीगंज पुल से गुजरते समय प्रतिबंधित मांझे से जख्मी हो गए थे। विभांशु को ठीक होने में महीनों लग गए।
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”up news” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”6″ style=”grid” align=”none” displayby=”recent_posts” orderby=”random”]