उत्तर प्रदेश के झाँसी जिला में दिल को दहला देने वाली वरदारत सामने आई है। यहां बड़ागांव थाना इलाके के पारीक्षा थर्मल पावर प्लांट के आवासीय परिसर में एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई। मरने वालों में एक महिला और उसके दो बच्चे शामिल है। तिहरे हत्याकांड की सूचना मिलते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए। इस मामले में एसएसपी विनोद कुमार ने बताया कि सीआईएसएफ में तैनात जवान ने अपनी पत्नी व बच्चों की जहर देकर हत्या कर दी। जवान डयूटी से काफी परेशान था। एसएसपी ने बताया कि आरक्षी का अब तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले में विधिक कार्यवाही कर रही है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]घटना के लिए अधिकारियों को ठहराया जिम्मेदार[/penci_blockquote]
जानकारी के मुताबिक, सीआईएसएफ में तैनात एसएस गुर्जर काफी समय से पारीक्षा थर्मल पावर प्लांट में अपनी सेवाएं दे रहा था। बीते कुछ दिनों से वह तनाव में था। घटना स्थल से बरामद आत्महत्या पत्र (सुसाइड नोट) में एसएस गुर्जर ने अपने आला अधिकारियों को घटना के लिए जिम्मेदार बताया है। एसएस गुर्जर ने पत्र में बताया कि तनाव में आकर वह इतना आवेश में आ गया कि अपने पूरे परिवार समेत आत्महत्या कर रहा है। जिसके बाद एसएस गुर्जर ने पत्नी गीता गुर्जर, दो वर्ष का कानू और तनिशा (6) की हत्या कर दी। पड़ोसियों द्वारा जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिए है। जिससे घटना के सही कारणों का पता लगाया जा सके। घटना महिला के पति की ओर इशारा कर रही है। मौके से बरामद सोसाइड नोट में बताया गया है कि आला अधिकारियों के दबाव में आकर सीआईएसएफ के जवान ने अपने बच्चों और पत्नी की जहर देकर हत्या कर दी। मौके से आरोपी सीआईएसएफ जवान नहीं मिला है। जिसकी तलाश की जा रही है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]सीओ कार्यालय में तैनात मुंशी ने खाया जहर[/penci_blockquote]
उधर उत्तर प्रदेश के एटा जिला के क्षेत्राधिकारी अलीगंज के कार्यालय में कार्यरत मुंशी महेश चंद्र पुत्र ज्ञान सिंह ने सुबह करीब छह बजे कार्यालय परिसर में बने सरकारी कमरे में जहर खा लिया। जहर खाने से हालत बिगड़ने लगी, तभी दूसरा सिपाही महेश चंद्र के कमरे में किसी अन्य कार्य से गया तो मुंशी छटपटा रहा था। पास में ही जहर पदार्थ का रेपर पड़ा हुआ था। सूचना पर पहुंचे अन्य सिपाही उसे एटा लेकर आए। जहां कोतवाली नगर इंस्पेक्टर पंकज मिश्रा ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। उसे सरकारी और निजी डाक्टर से उपचार कराया। अब मुंशी महेश की हालत में धीरे-धीरे सुधार होने शुरू हुआ। घटना के बाद मुंशी के परिवारीजन भी एटा पहुंच गए है। मुंशी मूल रूप से आगरा के निवासी हैं। आगरा में ही इनका परिवार रहता है जबकि बच्चे गाजियाबाद में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

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