भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निष्कासित नेता दयाशंकर की पत्नी और उनकी नाबालिग बेटी के खिलाफ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कार्यकर्ताओं द्वारा अभद्र टिप्पणी के विरोध में भाजपा कार्यकर्ता शनिवार को राजधानी की सड़कों पर उतर आए। मालूम हो कि पार्टी की सभी जिला इकाइयां ‘बेटी के सम्मान में, भाजपा मैदान में’ बैनर के तले प्रदर्शन कर रही है।
- लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं की हजरतगंज में पुलिस से झड़प हो गई।
- यहां कार्यकर्ताओ को पुलिस ने रोक लिया जो सीएम आवास का घेराव करने जा रहे थे।
- भाजपा नेताओं ने कहा कि दयाशंकर सिंह के परिवार को जिस तरह निशाना बनाया गया, उससे महिला सम्मान को ठेस पहुंची है।
- अगर मायावती दोषी नेताओं को बर्खास्त कर मुकदमा दर्ज करातीं तो महिला होने का फर्ज अदा कर पातीं।
- भाजपा ने कहा हम प्रदर्शन के जरिए नसीमुद्दीन को विधानपरिषद के नेता के तौर पर बर्खास्त करने की मांग के साथ सभी की गिरफ्तारी की मांग कर रहें हैं।
- भाजपा के प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने मायावती के घर और पार्टी ऑफिस की सुरक्षा बढ़ा दी है।
- भाजपा नेताओं ने डीएम राजशेखर को ज्ञापन सौंपने के बाद प्रदर्शन खत्म कर दिया।
नसीमुद्दीन को पार्टी से निकाले बसपाः
- इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि जिस तरह से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे बहन, बेटी के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया गया, वह बेहद निंदनीय है।
- केशव ने कहा कि मायावती अगर खुद नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज कराती उन्हें पार्टी से निकालतीं, तो अच्छा होता।
- गौरतलब है कि दयाशंकर सिंह ने हाल ही में मायावती पर पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा था और उनके परिवार को लेकर भद्दी टिप्पणियां की गई।