उत्तर प्रदेश के हरदोई जिला में राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में बाल कैदियों के बीच नशे और शारीरिक शोषण को लेकर शनिवार शाम को खूनी संघर्ष हो गया। इस घटना में करीब 18 बाल अपचारी घायल हो गए। बाल सुधार गृह में बवाल की सूचना मिलते ही मौके पर जिलाधिकारी पुलकित खरे, एसपी विपिन कुमार मिश्रा सहित कई थानों की पुलिस और पीएसी बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने सभी बंदियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया इनमे से 5 की हालत गम्भीर बताई जा रही है। 13 अपचारी गृह को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
जानकारी के मुताबिक, शनिवार शाम जेल में बन्द कैदियों (किशोर अपचारी) का किसी बात को लेकर शुरू हुई कहासुनी झगड़े में बदल गई। झगड़ा रोकने के लिए आगे आया जेल स्टाफ बच्चों के खतरनाक तेवर देख भाग खड़ा हुआ और पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दी। सूचना पाकर एसपी विपिन कुमार मिश्र और एसडीएम विमल कुमार अग्रवाल दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। जेल का गेट बंद कर और एम्बुलेंस को बुलाया गया। करीब एक घंटे बाद बच्चों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। एक घायल कैदी के मुताबिक पूरा विवाद जेल में बिकने वाले नशीले पदार्थ को लेकर हुआ था। बाल बंदियों का आरोप था कि सीनियर कैदी रात में शोषण करते हैं। जेल प्रशासन से शिकायत के बावजूद एक महीने से उत्पीड़न हो रहा था। इस दौरान जेल प्रशासन ने बवाल के कारणों पर पर्दा डालने के भरकस प्रयास किया साथ ही जेल अधीक्षक की इस पूरे मामले में भूमिका सन्दिग्ध है। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है।