आज तक आपने पढ़ा होगा अंग्रेजी वर्णमाला में I, J, K ,L के बाद M, N, O, P ही आता है, लेकिन परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों के बच्चे I, J, K ,L के बाद M, N, O, P की जगह O, P ,Q, R पढ़ रहे हैं. हालांकि ये गलती बच्चों की नही बल्कि उस किताब की है जो उन्हें निःशुल्क उपलब्ध कराई गई है.

प्रदेश के 21 विद्वानों ने किया है इस पुस्तक का सम्पादन-

  • कक्षा 1 के बच्चों को ‘कलरव’ की जो किताब वितरित की गई है.
  • उसमें I, J, K ,L के बाद Q, R , S, T छापा गया है..
  • ऐसे में सवाल ये उठता है कि यह लापरवाही है या बच्चों का भविष्य ख़राब करने की साजिश.
  • बता दें की प्रदेश के 21 विद्वानों ने इस पुस्तक का सम्पादन किया है.
  • यही नहीं संपादन के बाद राज्य पाठ्य पुस्तक अधिकारी अमरेंद्र सिंह और राज्य शिक्षा संस्थान की शोध अध्यापक नीलम मिश्रा ने पुस्तक की समीक्षा की है.

कक्षा एक के ही दो बच्चों ने ही रेखांकित की त्रुटि-

  • बच्चों को वितरित की गई किताबों में भारी त्रुटि सामने आई है.
  • भले ही आप यही जानते है कि अंग्रेजी वर्णमाला में आइजेकेएल के बाद एमएनओपी आता है,
  • लेकिन बेसिक शिक्षा परिषद की कक्षा 1 की किताब कलरव में ऐसा नहीं है.
  • इस बार बच्चों को वितरित की गई कलरव की किताब में A से लेकर L तक तो सब कुछ ठीक-ठाक है.
  • मगर उसके बाद M, N, O, P की जगह Q, R , S, T अंकित है.
  • यानि अब बच्चे I, J, K ,L के बाद Q, R , S, T पढ़ेगे.
  • उसके बाद M, N, O, P पढ़ा जायेगा.
  • बता दें कि I, J, K ,L किताब के पृष्ठ 99 पर, Q, R , S, T पृष्ठ 100 पर और M, N, O, P पृष्ठ 101 पर छपे हैं.
  • सभी स्थानों पर छपी हुई पृष्ठ संख्या होने के कारण इसे बाइंडिंग मिस्टेक कतई नहीं कहा जा सकता.
  • वैसे तो अंग्रेजी के 21 विद्वानों ने पुस्तक का लेखन और संपादन किया है.
  • लेकिन यह गलती खोज निकाली है एक स्कूल के छात्र ओम और देव ने.
  • निश्चय ही इन दोनों बच्चों की शाबाशी बनती है.
  • इतनी बड़ी फजीहत के बाद भला कौन अधिकारी बोले.
  • इसी स्कूल के प्रधानाध्यापक  का कहना है कि हर पृष्ठ पर पृष्ठ संख्या छपी होने के बाद यह गलती तो है.
  • हालाँकि पढ़ाते समय इस गलती की जानकारी होने पर स्कूल स्तर पर इसे ठीक करा दिया गया है.
  • सत्यापन के बाद किताबों में इस तरह की गलती उजागर होना दर्शाता है कि अफसरों ने किताबों के सत्यापन में कितनी गम्भीरता दिखाई.
  • हालांकि बेशिक शिक्षा अधिकारी का कहना है की अभी इसका भुगतान नही किया गया है.
  • इस मामले में शासन को सूचित किया जायेगा.
  • फिर शासन के आदेश के बाद ही उचित कार्रवाई की जाएगी.

 

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