उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने सूबे की कमान सोमवार को संभाल ली है, जिसके साथ ही राज्य सरकार ने आते ही अपने घोषणा पत्र के वादों को पूरा करने का काम शुरू कर दिया है। इसी क्रम में राज्य सरकार ने सबसे पहले सूबे के अवैध बूचड़खानों को बंद करने का सिलसिला शुरू कर दिया है।
बूचड़खानों पर सख्त सरकार का रवैया:
- उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित भाजपा सरकार ने सूबे की कमान को संभाल लिया है।
- सरकार सोमवार सुबह से ही एक्टिव मोड में नजर आई।
- मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने एक्शन में आते ही पार्टी के घोषणा पत्र के वादों को पूरा करने की कवायद शुरू कर दी है।
- जिसके साथ ही सरकार ने सबसे पहले अवैध बूचड़खानों को निशाने पर लिया।
- सरकार के आदेश के बाद तत्काल प्रभाव से इलाहाबाद जिले के दो बूचड़खानों को बंद कर दिया गया।
- इन बूचड़खानों के रजिस्ट्रेशन की अवधि करीब 11 महीने पहले ही पूरी हो चुकी थी।
पहली कैबिनेट मीटिंग में बूचड़खानों पर कार्रवाई होगी तेज:
- भाजपा सरकार ने एक्शन में आते ही बूचड़खानों के लिए मुश्किलें खड़ी करनी शुरू कर दी है।
- जिसका ताजा उदाहरण सोमवार को मिला जब सरकार के आदेश पर दो अवैध बूचड़खानों को बंद कर दिया गया।
- साथ ही नई भाजपा सरकार ने यह भी संकेत दिए हैं कि, कैबिनेट मीटिंग में बूचड़खानों पर सरकार कड़ा फैसला ले सकती है।